अमेरिका-साउथ कोरिया संयुक्त सैन्य अभ्यास से पहले नार्थ कोरिया ने किया बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट
सियोल: उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी समुद्र की ओर एक छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी. उसके इस मिसाइल के टेस्ट से इलाके में तनाव बढ़ा दिया है क्योंकि एक अमेरिकी विमान वाहक पोत उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु खतरे के जवाब में संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए दक्षिण कोरिया की ओर बढ़ रहा है. यह मिसाइल टेस्ट परमाणु-संचालित अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन के आने के समय पर हुआ है. जो दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए पहुंचा है.
जिसका उद्देश्य उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरों के खिलाफ अपनी ताकत दिखाना है. जबकि जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने एक बयान में कहा कि टोक्यो उत्तर कोरिया के मिसाइल के बारे में जानकारी इकट्ठा करने और जहाजों और विमानों की सुरक्षा की पुष्टि करने के लिए पूरी तरह से काम कर रहा है. हालांकि किसी नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं थी. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने बताया कि उत्तर कोरिया के पश्चिमी शहर ताइकॉन से लॉन्च की गई मिसाइल ने उत्तर कोरिया के पूर्वी तट में समुद्र में गिरने से पहले क्रॉस-कंट्री उड़ान भरी. दक्षिण कोरिया की सेना ने तुरंत इस मिसाइल के बारे में और ब्योरा जारी नहीं किया.
न्यूज एजेंसी एपी की खबर के मुताबिक यह भी नहीं बताया गया कि यह किस तरह की मिसाइल थी या कितनी दूर तक उड़ी थी. उत्तर कोरिया ने 2022 में अपनी मिसाइल टेस्ट की गतिविधियों को रिकॉर्ड गति से तेज किया है. 2017 के बाद से उसने पहली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल सहित 30 से अधिक बैलिस्टिक हथियारों का परीक्षण किया है. परमाणु कूटनीति में लंबे समय से जारी गतिरोध के बीच उत्तर कोरिया अपनी सैनिक क्षमताओं को बढ़ाना लगातार जारी रखे हुए है.
गौरतलब है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस अगले सप्ताह टोक्यो में पूर्व जापानी प्रधान मंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद दक्षिण कोरिया का दौरा करेंगी. जिसमें उत्तर कोरिया का लगातार बढ़ता परमाणु खतरा भी एक प्रमुख एजेंडा होने की उम्मीद है.