दुर्ग। ड्यूटी पर जाने के लिये चलती ट्रेन पकडऩा लोको पायलट के लिये महंगा पड़ गया और उसे जान से हाथ धोना पड गया। यह घटना सोमवार के सुबह दुर्ग रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 की बताई जा रही है।जब लोको पायलट चलती पुरी अहमदाबाद एक्सप्रेस में चढ़ रहा था। इसी दौरान उसका पैर फिसला और वह ट्रेन के नीचे आ गया। इससे उसका शरीर दो हिस्सों में बंट गया। जीआरपी ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दुर्ग जीआरपी थाने से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन नंबर 12843 पुरी अहमदाबाद एक्सप्रेस दुर्ग रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर खड़ी थी। ट्रेन 10.38 पर आई और 10.45 बजे रवाना होना था। इस ट्रेन को लेकर लोको पायलट गुड्स डोंगरगढ़ हीरालाल साहू को लेकर जाना था। सिग्नल मिलने पर ट्रेन स्टेशन से चल दी थी। लोको पायल हीरालाल दौड़ते-दौड़ते आया और चलती ट्रेन में चढऩे लगा। इसी दौरान उसका पैर स्लिप कर गया और वो ट्रेन के नीचे आ गया। उसके ऊपर से ट्रेन गजरने से उसका शरीर दो भागों में बंट गया। इससे वहां चीख पुकार मच गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही आरपीएफ के सहायक उप निरीक्षक के वर्मा, जीआरपी और मुख्य स्टेशन प्रबंधक वहां पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।