रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की वार्षिक रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जिस ढंग से प्रदेश में अपराध का स्तर बढ़ा है, इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस सरकार पूरे प्रदेश में अपराध में अंकुश लगाने में पूरी तरह से विफल है। इसके कारण छत्तीसगढ़ की छवि अपराधगढ़ के रूप में पूरे देश में बन रही है, जो बेहद ही चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि अपराध का नवा छत्तीसगढ़ गढ़ा जा रहा है। इसके लिए पूरी तरह से कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। कांग्रेस की सरकार को सत्ता व सीएम की कुर्सी के अलावा किसी की चिंता नहीं है। इसके कारण पूरे प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है। हर तरफ अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जारी रिपोर्ट के मुताबिक राज्य पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में पहले स्थान पर है। जब स्थिति पुलिस को लेकर ही इनती भयावह है तो आम लोगों को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। पूरे देश में 78 पुलिस कर्मियों की हत्या हुई है। किशोरों की ओर से किए गए अपराध के मामले में पहले स्थान पर छत्तीसगढ़ है। अनुसूचित जनजाति वर्ग की नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में प्रदेश दूसरे स्थान पर है। प्रदेश बुर्जुगों के विरुद्ध अपराध के मामलों में भी पूरे देश में दूसरे स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार 2018 के आंकड़ों की तुलना में 2020 में इस दर में 50 प्रतिशत की वद्धि हुई है। प्रदेश बच्चों के विरुद्ध अपराध के मामले में तीसरे स्थान पर है, जो राष्ट्रीय औसत से दो गुना के पास है। वहीं छत्तीसगढ़ हत्या के मामले में तीसरे स्थान एवं अनुसूचित जाति वर्ग के नाबालिग बच्चों के दुष्कर्म के मामलों पर पांचवें स्थान पर है, जबकि कुल दुष्कर्म के मामलों में प्रदेश छठवें स्थान पर है। उन्होंने कहा कि अपहरण के बढ़ते मामलों के कारण प्रदेश सातवें स्थान पर है, यह दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ फिरौतीगढ़ के रूप में बदल गया है। रिपोर्ट में अपराध के कई अन्य मामले सामने आए हैं जो राज्य की चिंताजनक स्थिति को प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदेश नाबालिग बच्चों की गुमशुदगी के मामले में दसवें स्थान पर है। इस पर चिंता व्यक्त करते हुए नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने बताया कि प्रदेश में 2459 नाबालिग बच्चे वर्ष 2020 में गुमशुदा हुए, जिसमें 2107 सिर्फ नाबालिग बच्चियां हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला से लेकर बच्चों सहित कोई भी सुरक्षित नहीं है। इसके लिए पूरी तरह से प्रदेश की सरकार जिम्मेदार है। यह प्रदेश की कांग्रेस सरकार की नाकामियों को बताती है। उन्होंने कहा कि 22 करोड़ जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश व बिहार, गुजरात जैसे बड़े राज्य में महिलाओं की स्थिति हमसे बेहतर है। वहीं महिलाओं के विरुद्ध अपराध के मामले में छत्तीसगढ़ 12वें स्थान पर है। छत्तीसगढ़ राज्य में महिलाओं की स्थिति बेहद चिंताजनक है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की जो भयावह स्थिति है, वह इस रिपोर्ट में स्पष्ट है।