
नई दिल्ली : विपक्ष ने इस पूरे सत्र में सरकार को जबरदस्त तरीके से घेरा है. पूरा-पूरा दिन सदन के अंदर नारेबाजी और शोरगुल होता रहा है जिसके चलते संसद का सत्र बाधित हो रहा है. पेगासस जासूसी कांड पर विपक्ष सरकार से चर्चा से चाहता है, साथ ही कृषि कानूनों की वापसी को लेकर भी विपक्षी खेमा अड़ा है. मंगलवार को भी संसद में विपक्ष ने अपना रुख नहीं बदला. लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में विपक्ष के सांसदों ने नारेबाजी की. राज्यसभा में सांसद हाथों में पोस्टर लेकर वेल तक पहुंच गए. भारी शोरगुल के बीच राज्यसभा चेयरमैन ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी. राज्यसभा शुरू होते ही हंगामा होने लगा. विपक्षी सांसद वेल तक पहुंच गए. संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन चलने देने की अपील भी की, साथ ही राज्यसभा चेयरमैन ने भी सख्त लहजे में हंगामा कर रहे सांसदों से हाउस चलने देने की बात कही, लेकिन विपक्षी सांसद नहीं माने, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई. संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हो गई है. लोकसभा में कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्ष के सांसद नारेबाजी करने लगे. शोरगुल के बीच दोनों सदन की कार्यवाही चल रही है. बीजेपी संसदीय दल की बैठक खत्म हो गई है. संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा है कि विपक्ष सदन नहीं चलने दे रहा है, ये संसद और संविधान का अपमान है, लोकतंत्र का अपमान है, जनता का अपमान है. राहुल गांधी की चाय पार्टी के बाद सरकार को महंगाई के मुद्दे पर घेरने का प्रयास किया गया. राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेसी सांसद व दूसरे दलों के सांसद भी कॉन्सटीट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल से गए. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी पेगासस का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा है कि अगर विपक्ष किसी मामले की जांच की मांग कर लगातार संसद का काम प्रभावित कर रहा है तो यह गंभीर मामला है, मुझे लगता है वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर पेगासस जासूसी मामले की जांच करा लेनी चाहिए, जिससे देश को पता चल पाए कि कौन किन लोगों की जासूसी करवा रहा है.