Kedarnath Helicopter Crash: केदारनाथ के पास फिर हेलीकॉप्टर क्रैश, 7 लोगों की मौत

Kedarnath Helicopter Crash: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में केदारनाथ धाम से लौट रहा हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। रविवार की सुबह आई इस दुखद खबर ने उत्तराखंड के साथ ही पूरे देश को झकझाेर दिया। हादसे में सात लोगों के मरने की सूचना है।
जानकारी के मुताबिक गौरीकुंड और सोनप्रयाग क्षेत्र में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। यह हेलिकाॅप्टर आर्यन कंपनी का था। पीटीआई के अनुसार इसमें सात तीर्थयात्रियों की मौत की सूचना है। हेलिकॉप्टर में केदारनाथ के यात्री सवार थे।
जानकारी के मुताबिक रविवार को तड़के लगभग 05:30 बजे गुप्तकाशी स्थित आर्यन हेली एविएशन का हेलिकॉप्टर यात्रियों को लेकर केदारनाथ से गुप्तकाशी हेतु निकाला था। जो अपने निर्धारित समय पर गुप्तकाशी नहीं पहुंच पाया।
केदारनाथ से गुप्तकाशी आते समय अचानक मौसम खराब होने/बादल आ जाने से उक्त हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। जिस स्थान में क्रैश हुआ वह स्थान गौरीकुंड से लगभग 05 किमी ऊपर पैदल गौरी माई खर्क नामक स्थान है। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है। सोनप्रयाग थाना और डीडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें रवाना हो चुकी हैं।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं नोडल हेली सेवा राहुल चौबे ने बताया कि आज सुबह एक हेली मिसिंग की जानकारी मिली थी। जानकारी मिलते ही इसकी जांच एवं खोजबीन की गई। प्राथमिक जानकारी के अनुसार आर्यन एविएशन का एक हेलीकॉप्टर श्रीकेदारनाथ धाम से यात्रियों को वापस अपने गुप्तकाशी बेस पर ला रहा था, घाटी में अचानक मौसम खराब हो गया।
पायलट ने हेली को घाटी से बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन इसी दौरान हेली क्रैश हो गया। हेली में पायलट के अलावा पांच यात्री एवं एक शिशु भी सवार था। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस बल सहित सभी रेस्क्यू टीमें स्थानीय लोगों के सहयोग से खोज एवं रेस्क्यू कार्य में जुटे हुए हैं।
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि आर्यन कंपनी का एक हेलिकॉप्टर सुबह करीब 5 बजे केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ा था। लेकिन रास्ते में गौरी कुंड के पास यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह जगह 7 किलोमीटर का ट्रैकिंग रूट है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें वहां भेजी गई हैं।
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार किसी के बचने की संभावना नहीं है। इस हेलिकॉप्टर में पायलट चौहान समेत छह लोग सवार थे। यात्रियों में एक बच्चा था, और एक श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का कर्मचारी था।