IPS SUSPEND: Big action by Election Commission, IPS officer suspended
आईपीएस को सस्पेंड कर दिया गया है। अनुशासनहीनता के मामले में ये कार्रवाई की है। भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी किशन सहाय को सस्पेंड कर दिया। विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी ड्यूटी झारखंड में लगाई गई थी। लेकिन पुलिस पर्यवेक्षक किशन सहाय बिना अनुमति के ही राजस्थान लौट आये। आईपीएसस अधिकारी किशन सहाय मीणा को चुनाव आयोग ने सस्पेंड कर दिया है। इस संबंध में चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव राजस्थान को पत्र भेजा है।
चुनाव आयोग ने पत्र में लिखा- झारखंड विधानसभा चुनाव में किशन सहाय मीणा को गुमला जिले के 67-सिसई, 68-गुमला और 69-बिशुनपुर में पुलिस ऑब्जर्वर (पर्यवेक्षक) लगाया था। आयोग की स्वीकृति के बिना 28 अक्टूबर 2024 को किशन सहाय ने ड्यूटी स्थल छोड़ दिया।किशन सहाय मीणा आईजी मानवाधिकार के पद पर राजस्थान पुलिस मुख्यालय में तैनात थे। किशन सहाय मीणा राजस्थान कैडर के 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
बिना बताए चुनावी ड्यूटी छोड़कर वापस जयपुर जाने के कारण उनपर कार्रवाई की गई है. झारखंड में आज (13 नवंबर) विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग हो रही है। चुनाव आयोग ने झारखंड में किशन सहाय मीणा की ड्यूटी लगाई थी, लेकिन बिना चुनाव आयोग को सूचना दिए झारखंड से जयपुर लौट आए। इस कारण चुनाव आयोग ने किशन सहाय मीणा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। किशन सहाय मीणा को काम में लापरवाही करने के कारण चार्जशीट भी दी जाएगी।
भारत निर्वाचन आयोग ने राजस्थान सरकार के नाम अपनी चिट्ठी में लिखा है, ”आयोग के संज्ञान में यह बात आई है कि किशन सहाय मीणा को झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए सिसाई, गुलमा और बिष्णुपुर विधानसभा सीटों के लिए पुलिस ऑब्जर्वर के रूप में तैनात किया गया था. वह 28 अक्टूबर को बिना आयोग को बताए अपनी तैनाती के स्थान से चले गए. उनके नाम की अनुशंसा राजस्थान सरकार ने 21 अक्टूबर को की थी. इसके बाद उनकी नियुक्ति हुई थी. वह आयोग की मंजूरी के बिना ही जयपुर चले गए. नौकरी में लापरवाही बरतने के कारण उन्हें सस्पेंड किया जाता है।
इन पदों पर कार्य कर चुके हैं किशन सहाय मीणा
किशन सहाय मुख्य रूप से राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं. उनका चयन पहले राजस्थान पुलिस सेवा में हुआ था. उन्हें 11 साल पहले ही प्रमोशन मिला था और आईपीएस की रैंकिंग मिली थी. बताया जा रहा है कि उन्हें 2004 का बैच अलॉट किया गया था. वह अब तक टोंक के एसपी और अजमेर के जीआरपी की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. इसके अलावा वह सीबी सीआईडी, जेल और आरएसपी से भी जुड़े रहे हैं. फिलहाल वह राजस्थान में मानव अधिकार इकाई में पुलिस महानिदेशक के रूप में काम कर रहे थे।