अधिकारियों और सैकड़ों पुलिस बल की मौजूदगी में उदयपुर की जंगल में पेड़ों की कटाई शुरू

सरगुजा: उदयपुर में जंगल में पेड़ों की कटाई शुरू कर दी गई है. हसदेव अरण्य में परसा ईस्ट केते बासेन के द्वितीय चरण का कार्य आरंभ करने के लिए पुलिस बल की उपस्थिति में मशीनों से पेड़ों की कटाई शुरू करा दी गई है। सोमवार रात से ही इसकी तैयारी की जा रही थी। कई विरोधकर्ताओ को पकड़ने के बाद पेड़ों की कटाई की जा रही है. प्रशासनिक अधिकारियों और सैकड़ों पुलिस बल की मौजूदगी में पेड़ काटे जा रहे हैं . किसी को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है.
हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक उमेश्वर अर्मो (सरपंच ग्राम पतुरियाडाँड़) एवं ग्राम पुटा से जगरनाथ को मोरगा पुलिस ने रात में ही पकड़ लिया था ।इनमें से उमेश्वर सिंह आरमो के विरुद्ध पिछले दिनों प्रशासनिक शिविर में बाधा उतपन्न करने का आरोप था।न्यायालय से उनकी जमानत भी खारिज कर दी गई थी।खदान का विरोध कर रहे सरगुजा के उदयपुर विकासखंड के तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। पेड़ो की कटाई तेजी से शुरू करा दी गई है।बड़ी संख्या में पुलिस बल जंगल में तैनात है।
बताते चलें कि परसा ईस्ट केते बासेन (पीईकेबी)खदान राजस्थान राज्य ताप विद्युत परियोजना को आबंटित की गई है।आउटसोर्सिंग एजेंसी अडानी कंपनी है। यहां 2400 हेक्टेयर क्षेत्र से कोयला उत्खनन व परिवहन किया जाना है। इसमें से प्रथम चरण में 800 हेक्टेयर से कोयला खनन हो चुका है। पहले चरण में राजस्व भूमि और आबादी क्षेत्र इसके दायरे में आई थी। लोगों ने मुआवजा भी ले लिया था।
पहले चरण का कोयला उत्खनन हो जाने के बाद दूसरे चरण के कोयला उत्खनन में विरोध शुरू हो गया था।दूसरे चरण से कोयला खनन का अधिकांश हिस्सा वन क्षेत्र में आ रहा था।परसा कोल ब्लॉक का विरोध किया जा रहा था।इसकी आड़ में पूर्व से संचालित परसा ईस्ट केते बासेन का काम भी रुका हुआ था जिससे कई आउटसोर्सिंग कंपनियों ने काम समेट लिया था।कई लोगों की नौकरी चली गई थी।पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने नई खदानों परसा कोल ब्लॉक,पेंडरखी व केते एक्सटेंशन को अनुमति नहीं देने की जानकारी मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद दी थी।
इसके बाद मंगलवार को परसा ईस्ट केते बासेन के द्वितीय चरण का काम आरंभ करने पेड़ों की कटाई शुरु की जा रही है।परसा कोल ब्लाक के विरोध में लगभग दो सौ दिनों से विरोध भी चल रहा था।प्रशासन द्वारा पूरी तैयारी के साथ मंगलवार से पेड़ों की कटाई शुरू कराइ गई है।विरोध की हर आवाज को दबाने पुलिस बल को तैनात कर रखा गया है।उम्मीद की जा रही है कि पहले दिन ही बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई पूरी कर ली जाएगी ताकि रोज-रोज जोर न लगाना पड़े।
परसा ईस्ट केते बासेन के खनन प्रभावित क्षेत्र में प्रशासन द्वारा लगातार सुविधा विस्तार का कार्य भी कराया जा रहा है।प्रशासन द्वारा शिविरों का आयोजन कर जनसमस्याओं के निराकरण के लिए पहल की जा रही थी।शिक्षा,स्वास्थ्य के लिए बड़ी सौगात दी गई है। नया असप्ताल खोलने की तैयारी है।सीबीएसई की दसवीं तक के बाद हायर सेकंडरी स्कूल खोलने की भी अनुमति दे दी गई है इसके बावजूद कोयला खनन के लिए विरोध किया जा रहा था।इसलिए प्रशासन ने मंगलवार सुबह से पेड़ों की कटाई शुरू करा दी गई है।