- गिरदावरी, धान के बदले वृक्षारोपण आदि का सही तरीके से पोर्टल में एंट्री किया जाए
- समय सीमा की बैठक में कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने दिए सख्त निर्देश
धमतरी : सड़कों में मवेशियों के खुले में घूमने से जहां यातायात प्रभावित होती है, वहीं दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी रहती है। इसके मद्देनजर पिछले दिनों कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा ने इस संबंध में बैठक भी ली थी। आज पुनः कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिए हैं कि मवेशी अगर सड़कों पे पाए जाते हैं, तो उसके मालिक को नोटिस ज़ारी किया जाए। इसमें ढील और कोताही बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सुबह 11 बजे से कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आहूत समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने उक्त निर्देश उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, आयुक्त नगर निगम को दिए हैं।
आज बैठक के दौरान पोर्टल में गिरदावरी, धान के बदले अन्य फसल और धान के बदले वृक्षारोपण की सही तरीके से पोर्टल में एंट्री सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने उप संचालक कृषि को दिए। मौके पर उप संचालक कृषि ने बताया कि ऐसे किसान जो जलसंसाधन की भूमि लीज में लेकर धान लगाते हैं, उनकी धान खरीदी तो की जाती है मगर उन्हें राजीव गांधी किसान न्याय योजना से लाभान्वित नहीं किया जा सकता। इसके मद्देनजर ऐसे किसानों की सूची कृषि विभाग को उपलब्ध कराने कहा गया जिन्हे लीज पर भूमि दी गई है।
कलेक्टर ने मैदानी स्तर पर किसानों को जागरूक करने व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश भी दिए, जिससे किसान बेवजह परेशान ना हों। बैठक में कलेक्टर ने सभी निर्माण एजेंसियों को निर्माण कार्यों में गुणवत्ता बनाए रखने और तय समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने साथ ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यपालन अभियंता को सख्त निर्देश दिए कि अपने मैदानी अमले को सड़कों की वस्तु स्थिति का जायजा लेने भेजें, ताकि जरूरत के हिसाब से उसका रख रखाव और मरम्मत किया जा सके।
उन्होंने इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे से संस्थागत प्रसव, नियमित टीकाकरण आदि की जानकारी ली। डॉ.तुर्रे ने बताया कि जिले में 98 प्रतिशत संस्थागत प्रसव किया गया है और नियमित टीकाकरण किया जा रहा है। बैठक में कलेक्टर ने उच्च कार्यालयों से मिले पत्र, मुख्यमंत्री जन चौपाल, कलेक्टर जन चौपाल सहित समय सीमा के विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा भी की। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित ज़िला स्तरीय अधिकारी और स्वान के वीसी से संबंधित एसडीएम सहित ब्लॉक स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।