सपने में नहीं सोचा था विवाह होगा दोनो हाथ से विकलांग युवक ने दुल्हन की पैर से भरी मांग
14 वां राज्य स्तरीय नि: शुल्क विकलांग सामूहिक विवाह
30 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे
रायपुर मगरलोड धमतरी की रहने वाली टिकेष्वरी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि कभी उसका विवाह हो पाएगा बिटकुली भाटापारा के युवक रूपचरण से विवाह के बंधन में बंधी तो खुषी के आंसू छलक पड़े 12 तक षिक्षित टिकेष्वरी को मांग भरने के बाद विदाई की रस्म तक सभी सपने जैसा लग रहा था पर रूपचरण ने आंसू पोंछे और पेैर से मांग भरी तो दुनिया के सामने सपना हकीकत का लगने लगा उसने उपस्थित लोगों की ओर निगाहें फेरी और मुस्कुराकर सिर झुका लिया और कह पड़ी लो मै चली अपने पिया के ंघर वही रूपचरण भी जीवनसंगिनी को पाकर खुष था उसने भी कहा अब सक्षम लोगों के बराबर हेै जबकि रायपुर जोरा में रहने वाले किराना व्यवसायी धमेन्द्र 35 की अलग ही उमंगे चल रही थी 5 बहनों और 2 भाई की परवरिष की जिम्मेदारी निभाते हुए जोरा की हेमलता को दिल दे बैठे थे 5 साल से मोबाइल पर प्यार की उम्मीदों को जगाए रखने के साथ इतंजार में थे कि कब प्यार को घर ला पाएंगे 14 वां राज्य स्तरीय नि: षुल्क विकलांग सामूहिक विवाह का आमां़त्रण मिला तो धमेन्द्र अपने को रोक नहीं पाए ओैर हेमलता को लेकर रायपुर के बैरन बाजार आर्षीवाद भवन में पहुंच गए ओैर हेमलता की मांग भर दी हेमलता को भी अहसास हो गया कि वो आवाज जो फोन में साथ थी अब हाथ पकड़कर आगे ले जाने की रस्म को निभारही हेै ऐसे में रूंधे गले से हेमलता ने धर्मेन्द्र को हल्के षबदो में थैकयू कह दिया
बता दे कि रायपुर के बैरन बाजार स्थित आर्षीवाद भवन में 14 वां राज्य स्तरीय नि: षुल्क विकलांग सामूहिक विवाह का आज रविवार को आयोजन किया गया था इसमेें पूर्ण विधि विधान से 30 जोड़े परिणय सू़त्र में बंध गए हेै जो किसी न किसी रूप से विकलांग थे
यह आयोजन अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिशद छग प्रांत एवं रायपुर सेंट्रल मारवाड़ी युवा मंच कान्यकुबज सभा व षिक्षा मंडल व सीनियर सिटीजन वेलफेयर रायपुर के सयुंक्त तत्वधान मेें यह सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ था जिसमें सभी आवष्यक ओपचारिकता को पूर्ण करने के साथ सम्पन्न कराया गया।
वैधानिकता के बाद विवाह की अनुमति
अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिशद छग प्रांत के अध्यक्ष सत्येन्द्र अग्रवाल और सदस्य राजेष अग्रवाल व राघवेन्द्र मिश्रा ने सयुंक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि नव दंपति के सभी वैधानिक दस्तावेज की जांच परख के बाद विवाह सूत्र में बंधने की अनुमति दी जाती है।
समाज कल्याण विभाग से 50 हजार नगद उपहार
परिशद के पदाधिकारियों ने बताया कि आज परिणय सूत्र में बंधे सभी 30 विकलांग जोड़ो को 50 हजार रूपए की प्रोत्साहन राषि दी जाती है तकि नव वर वधु का जीवन की सफलता के साथ हो सके आयोजकों ने इसे एक सार्थक प्रयास बताया है
नव दंपति को मिले सामान
आज परिणय सूत्र में बंधे जोड़ो को आयोजकों की ओर पंखा, पंलग घड़ी बर्तन के साथ मंगलसूत्र प्रदान किया गया साथ कई आयोजकों अपनी ओर से उपहार भी प्रदान किए
दुल्हन की मांग भरी तो माहौल में उत्साह के साथ आर्षीवाद के लिए उठे हाथ
बैरन बाजार के आर्षीवाद भवन में 30 नव दुल्हन की उनके जीवन साथियों जेैसे ही मांग में सिंदूर भर तो सभी आयोजकों में महिला आयोजकों के आंसू आ गए पर ये खुषी के थे फिर सभी ने एक साथ आंचल ओर हाथ रखकर आर्षीवाद दिए और नव वर वधु के सुखमय जीवन के लिए भगवान से प्रार्थना की
विधिमंत्रो से गूंजा भवन
विवाह के दौरान प्रमुख आचार्य अंषु देव व आचार्य संजय ने पूर्ण विधि विधान से मंत्रोप्चार कर विवाह सम्पन्न कराया आचार्यो ने भी परिशद के कार्यो को महत्पूर्ण करार दिया वही भवन में हर तरह वेैदिक मंत्रों का उच्चारण से विवाह की बेला छाई रही