क्या अजीत जोगी की तरह भूपेश, रामगोपाल, गिरीश और सन्नी को कांग्रेस से हकाला जायेगा ?
छत्तीसगढ़िया मॉडल के रूप में लोगों को इमोशनल ब्लेकमेल कर सरकारी खजाने में डाला डकैती
विनोद वर्मा के बेटे के फर्म का टोटल कैपिटल 10 लाख और पीसीसी से भुगतान 19 लाख प्रतिमाह
इस करतूत की जानकारी तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को भी नहीं
विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी को पीसीसी से 5.90 करोड़ का भुगतान
प्रदेश अध्यक्ष के जानकारी के बगैर नोट सीट में ऑर्डर पर ऑर्डर होते गए
भगोड़ा रामगोपाल अग्रवाल ईडी का फरार आरोपी है और उसके यहां से जब्त दस्तावेज व डायरी में सभी बड़े कांगे्रस नेताओं का भ्रष्टाचार का बड़ा रकम का लेनदेन
रायपुर। छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया जैसे स्लोगन को कांग्रोसियों अपने काले कारनामे से कालिख पोत दिया है। सत्ता का दुरूपयोग का सारी हदे पार करने की कोई भी कसर नहीं छोड़ी है?। कांग्रेस का दरी और झंडा उठाने वाला भी अपने आप को सीएम कहता था,जो कांग्रेस शासन से पहले साइकिल पर चलते थे, कांग्रेस शासन में बीएमडब्ल्यू में घूमने लगे थे। इशसे साफ पता चलता है कि सत्ता की भूखी कांग्रेस भाजपा के 15 सालों के बराबर कमाई की खाना पूर्ति करती रही । 2003 से 2018 तक सत्ता से 15 साल बाहर रही कांग्रेस और कांग्रेसियों की तथाकथित मंडली की भूख 2023 में सत्ता जाने के बाद सामने आ रही है। पांच साल तक सत्ता का दुरूपयोग की सारी सामाएं लांघ दी गई । वन मैनआर्मी चलता रहा। हर नेता अपने आप को सीएम से नीचे मानता ही नहीं था। राजनीतिक अजगरों ने पांच साल तक अपने हितों के लिए कांग्रेस पार्टी के आचार संहिता को तोड़ मरोड़ कर अपनों को इतना ओव्हरडोज खिला दिया कि ईडी, आईटी जैसे डाक्टरों को इलाज के लिए आना पड़ा। अब भागते फिर रहे है। भाजपा का ताजा और नया स्लोगन हमने बनाया हम ही संवारेंगे की तरह कांग्रेसियों ने पांच साल तक एक स्लोगन बोलते रहे है हमने जिंदा किया हम ही मारेंगे। और सचमुच में कांग्रेस को अपनी हेकड़ी चलाने की होड़ में मार डाला आज कांगे्रस इसी की खामियाजा भुगत रही है। सत्ता को लूटने के लिए पूरी बनाई जिसने इतना लूटा की 75 के पार का नारा भी शरमा गया। जिन विधायकों के टिकट काटे वो चीख -चीख कर गुहार लगाते रहे कि हमें टिकट देने चार करोड़ मांग रहे है सबसे शिकायत की लेकिन किसी ने भी तवज्जो नहीं दी। जिसका परिणाम यह रहा कि गोगपा जीत गई पर कांग्रेस नहीं जात पाई।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के नाम से बेटे के कंपनी में लगभग 5 करोड़ 90 लाख रुपए बिना प्रदेश अध्यक्ष के अप्रूवल के दे दिए जाने की खबर आ रही है। एक नेता ने जनता से रिश्ता को दस्तावेज सबूत के रूप में भेजा है । जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि राम गोपाल अग्रवाल कोषाध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार रहे विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी को लगभग 6 करोड़ रूपये का भुगतान बिना किसी अप्रूवल के कर दिया गया है। जबकि कोषाध्यक्ष को किसी को भी बिना प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री की जानकारी के या अप्रूव्ड नोटशिट के भुगतान करने का अधिकार नहीं है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के बायोलॉजी के अनुसार प्रदेश महामंत्री के नोट सीट पर प्रदेश अध्यक्ष के अप्रूवल के बाद कोषाध्यक्ष को धनराशि आहरण एवं भुगतान का अधिकार होता है परंतु छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अपने ही घर में चोरी करने का मामला उजागर हुआ है इस कंपनी में स्वाति देवांगन और विनोद वर्मा के पुत्र डायरेक्टर है साथ ही साथ यह कंपनी नोएडा में है जिसका इस कार्य आदेश से पहले 2016 में गठित होने के बाद से मात्र 10 लाख की स्वयं की वैल्यू थी इस समझौता पत्र में गवाह के रूप में भी गिरीश देवांगन और सुनील अग्रवाल उर्फ सनी है यह साबित करता है कि पूरी तरीके से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोष को लूटने का काम किया है ऐसे लोगों पर शख्स से सख्त कार्रवाई किया जाना चाहिए साथ ही कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल को तुरंत पद से हटना चाहिए वह इस धांधली में संलिप्त लोगों को कभी कांग्रेस पार्टी के किसी पद में या सदस्यता में नहीं रखना चाहिए ऐसे लुटेरों के ऊपर कांग्रेस जन की भावना के अनुरूप करवाई किया जाना चाहिए।
संगठन को कमजोर करने की साजिश
इस तरह की अन्य कुछ गतिविधियों एवं पिछले चार सालों में संगठन को कमजोर करने की साजिश में शामिल और उनको संरक्षण देने वाले के खिलाफ की भी पूरी जानकारी के साथ राहुल जी को 11 तारीख को रायगढ़ में सबूतों के साथ शिकायत की तैयारी में पार्टी के कुछ पदाधिकारी जुट गए हैं। इस सम्बन्ध में विभिन्न राजनीतिक पार्टी के नेताओं का कहना है कि डायन भी एक घर छोड़ कर चलती है लेकिन ये तो उससे भी एक हाथ आगे निकले जो सरकार को तो चूना लगाए ही अपनी पार्टी को भी नहीं छोड़े।