ENCOUNTER BREAKING : 40 आंतकी ढ़ेर, सुरक्षा बलों और आतंकवादियों की बीच मुठभेड़
ENCOUNTER BREAKING: 40 terrorists killed, encounter between security forces and terrorists
नई दिल्ली। हिंसा प्रभावित मणिपुर में रविवार को अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों की बीच मुठभेड़ हुई। राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया कि इन एनकाउंटर करीब 40 आंतकी ढेर कर दिए गए, जबकि कई को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “आतंकवादी समूहों के खिलाफ जवाबी और डिफेंसिव ऑपरेशन में अलग-अलग इलाकों में लगभग 30 आतंकवादी मारे गए हैं। कुछ को सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार भी किया है। ये लोग नागरिक आबादी के खिलाफ आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं।”
ये मुठभेड़ तब हुईं, जब सेना ने राज्य में शांति कायम करने के लिए इन इलाकों में तलाशी अभियान शुरू किया। एक शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि इंफाल पश्चिम के उरीपोक में भाजपा विधायक ख्वाइरकपम रघुमणि सिंह के घर में तोड़फोड़ की गई और उनके दो वाहनों में आग लगा दी गई। राज्य में रविवार को आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर सशस्त्र समूहों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुईं।
राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हालिया दौर की झड़प प्रतिद्वंद्वी समुदायों के बीच नहीं बल्कि कुकी उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई है। सिंह ने ये भी कहा कि सशस्त्र उग्रवादियों की तरफ से AK-47, M-16 और स्नाइपर राइफल से नागरिकों पर गोलीबारी करने के मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में इन उग्रवादियों को निशाना बनाया।
मुख्यमंत्री ने लोगों से सुरक्षाकर्मियों की आवाजाही में बाधा नहीं डालने की अपील की और उनसे “सरकार में विश्वास रखने और सुरक्षा बलों का समर्थन करने” का आग्रह किया। सिंह ने कहा, “हमने इतने लंबे समय तक कठिनाइयों का अनुभव किया है और हम राज्य को कभी भी बिखरने नहीं देंगे।”
उन्होंने कहा कि आम नागरिकों की हत्याओं और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने तथा घरों में आगजनी में शामिल कई कुकी उग्रवादियों को जाट रेजीमेंट ने पकड़ लिया है। अधिकारियों ने बताया कि ताजा संघर्ष रविवार तड़के तब शुरू हुआ जब सेना ने शांति कायम करने के लिए समुदायों को हथियारों से मुक्त करने को लेकर तलाशी अभियान शुरू किया। PTI के मुताबिक, एक शीर्ष सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पश्चिम इंफाल के उरीपोक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक ख्वाइरकपम रघुमणि सिंह के घर में तोड़फोड़ की गई और उनके दो वाहनों में आग लगा दी गई।
कई इलाकों में हुईं झड़पें –
उन्होंने ये भी कहा कि इंफाल घाटी के आसपास के अलग-अलग जिलों में सुबह तड़के कई जगहों पर झड़पें हुईं। अधिकारी ने कहा, “हमारी जानकारी के मुताबिक, काकचिंग में सुगनू, चुड़ाचांदपुर में कांगवी, इंफाल पश्चिम में कांगचुप, इंफाल पूर्व में सगोलमंग, बिशेनपुर में नुंगोईपोकपी, इंफाल पश्चिम में खुरखुल और कांगपोकपी में वाईकेपीआई से गोलीबारी की सूचना मिली है।” अधिकारी ने कहा कि काकचिंग थाने से मेइती समूह की तरफ से हथियार लूटे जाने की भी अपुष्ट सूचना मिली है।
मेइती समुदाय की तरफ से अनुसूचित जनजाति (ST) के दर्जे की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद मणिपुर में जातीय झड़पों में 75 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। राज्य में हालात सामान्य करने के लिए अर्धसैनिक बलों के अलावा सेना और असम राइफल्स की लगभग 140 टुकड़ियां तैनात करनी पड़ी, जिनमें 10,000 से ज्यादा कर्मी शामिल हैं।