अंबिकापुर। जंगली हाथियों की सतत निगरानी नहीं होने का परिणाम है कि हाथी शहर के नजदीक पहुंच जा रहे हैं लेकिन वन विभाग को इसकी ख़बर तक नहीं लग पा रही है। वन विभाग की लापरवाही का ही परिणाम है कि शहर से लगे भकुरा ग्राम में हाथी ने महिला को कुचल कर मार डाला। महिला, खेत में लगे फसल की रखवाली करने गई थी। उसी दौरान हाथी और उसका बच्चा पहुंच गया। इस घटना के बाद भकुरा,परसा सहित आसपास के ग्रामों में भय का महौल है।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। अब हाथियों की निगरानी शुरू कर दी गई है।ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग द्वारा मुनादी नहीं कराने से हाथियो के आने की सूचना तक नहीं मिल सकी। रामानुजंगज मार्ग पर शहर से लगे कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम भकुरा में हाथियों ने खेत में लगे फसल की रखवाली कर रही महिला को कुचल कर मार डाला। बताया जा रहा है कि गांव में दो हाथी और उसका बच्चा पहुंच गया, इसकी ख़बर गांववालों को नहीं लगी।शुक्रवार की सुबह गांव की ही गुड्डी पैकरा 45 वर्ष अपने खेत की रखवाली कर रही थी। अचानक वहां हाथी पहुंच गए और उसे कुचल कर मार डाला।इस बात की जानकारी गांववालों को लगी तो भय का माहौल निर्मित हो गया।
घटना के बाद हाथी जंगल में पहुंच गए।हाथियों का यह पुराना ट्रेक है।इस रूट पर पहले भी जंगली हाथियों की आवाजाही होती है।इसके पहले लगभग दो वर्ष पूर्व भी हाथियों ने परसा ग्राम में एक बुजुर्ग को मार डाला था। जंगली हाथियों की सतत निगरानी नहीं होने के कारण जनहानि की घटनाएं हो रही है। इस घटना को वन विभाग की लापरवाही के रूप में देखी जा रही है। हाथी,शहर के नजदीक पहुंच गए लेकिन वन अमले को इसकी भनक तक नहीं लगी।इसी के नजदीक विश्वविद्यालय का परिसर भी स्थित है।यहां निर्माण कार्य भी चल रहा है।कई परिवार भी यही निवासरत है।उन सभी को जंगल नहीं जाने की समझाइश दी जा रही है।वन विभाग के मैदानी कर्मचारियो को हाथियों की निगरानी में लगाया गया है।