- 25 हाथियों का दल अलखडीहा जंगल में डटा हुआ, दहशत में ग्रामीण रतजगा कर रहे
अंबिकापुर। बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम दुप्पी में हाथियों के 2 सदस्यीय दल ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया. जिससे ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई है. बता दें कि पिछले पखवाड़े भर से हाथियों युवक की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। प्रतापपुर की ओर से राजपुर इलाके में पहुंचा 25 हाथियों का दल इन दिनों अलखडीहा जंगल में विचरण कर रहा है। दल ने पांच दिनों में धान व मक्के की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है।
हाथी के हमले में ग्रामीण की मौत की सूचना पर वन मंडलाधिकारी विवेकानंद झा मौके पर पहुंचे और मृतक के स्वजन को तात्कालिक सहायता के रूप में 25 हजार रुपए प्रदान किए। वन विभाग के कर्मचारी ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश दे रहे हैं। 25 हाथियों का दल करवा, गोपालपुर, माकड़ होते हुए राजपुर सर्किल के अलखडीहा पहुंचा। दो दिनों से इस दल ने करीब 10 हेक्टेयर में लगी धान व मक्का की फसल को नुकसान पहुंचाया है। हाथियों के आने की सूचना के बाद वन मंडलाधिकारी विवेकानंद झा, उप वन मंडलाधिकारी अशोक तिवारी व वन परिक्षेत्राधिकारी महाजन लाल साहू ने वनकर्मियों के साथ गांव पहुंचकर ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी। इस बीच गुरुवार सुबह करीब नौ बजे दुप्पी जंगल में 45 वर्षीय बिंदेश्वर गोंड को हाथियों के कुचलकर मार डाला।
मृतक ग्राम दुप्पी का रहने वाला था और इसकी दिमाग हालत ठीक नहीं थी। दो दल के इलाके में पहुंचने से ग्रामीण दहशत के बीच रतजगा करने विवश है। इस दल में खतरनाक दंतैल भी शामिल है। राजपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत दुप्पी सेवारी, जिगड़ी, पस्ता, बासेन, उलिया, उफिया, माकड़, जगिमा, पटना, करवा, गोपालपुर, कर्रा, मुरका, दुप्पी रेवतपुर, जामदोहर, खोखनिया, कुंदीखुर्द, बदौली आदि गांव हाथी प्रभावित क्षेत्र हैं। जहां साल भर इनका आना जाना लगा रहता है।
वन कर्मचारी गजवाहन से हाथियों से दूर रहने ग्रामीणों को लाउडस्पीकर के जरिए सतर्क कर रहे हैं। उन्हें हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी जा रही है। ग्रामीणों को टार्च, मिर्च पाऊडर, टायर, मशाल दिया जा रहा है। जिन किसानों को हाथियों से फसल का नुकसान हुआ हैख् उनका मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है।