वर्षा से हुई तबाही: गांव-गांव, खेतों में जाकर राजस्व अमला फसल की स्थिति का करेंगा सर्वे

बिलासपुर। जिले में लगातार हो रही वर्षा और बाढ़ के कारण नदी किनारे गांव में धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। बाढ़ मवेशियों को भी बहा कर ले गई है। शिवनाथ और महानदी के किनारे बसे गांव में बाढ़ ने ज्यादा तबाही मचाई है। बाढ़ का पानी धान के खेतों में घुसने और फसल डूबने के कारण नुकसान पहुंचा है। जनहानि के अलावा जर्जर मकानों की स्थिति और फसल को हुए नुकसान का आकलन के लिए बुधवार से राजस्व और कृषि विभाग की टीम मौके पर पहुंचना शुरू करेगी। राजस्व विभाग का अमला किसानों के साथ खेतों में जाकर फसल का जायजा लेकर रिपोर्ट तय करेगा।
खेतों से बाढ़ का पानी निकलने के कारण धान की फसल को बचाए रखने के लिए किसानों को खाद का छिड़काव करना पड़ेगा। इसके लिए एक बार फिर मशक्कत करनी पड़ेगी। यूरिया के अलावा सुपरफास्फेट का छिड़काव धान की फसल में अब जरूरी हो गया है। यह किसानों के लिए अतिरिक्त खर्च होगा। बाढ़ प्रभावित धान के खेतों की फसल को भी नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। कलेक्टर सौरभ कुमार के निर्देश पर राजस्व व कृषि विभाग का मैदानी अमला गांवों की ओर कूच कर गया है।
शिवनाथ, महानदी और हाफ सहित खास्र्न नदी के किनारे स्थित गांव में स्थिति आज भी कुछ वैसे ही है। हालात अब भी बदतर है। बाढ़ का पानी धीरे-धीरे उतर रहा है। नदियों का जलस्तर जैसे-जैसे नीचे जाते जाएगा खेतों से पानी का जमाव भी उसी रफ्तार से कम होगा। किसानों का कहना है कि आज दिनभर में जल स्तर कम होगा और खेतों से पानी निकलेगा।
पटवारी व ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी किसानों के साथ खेतों में जाएंगे व धान की फसल का आकलन करेंगे। इसी आधार पर रिपोर्ट बनाकर कलेक्टर को सौपेंगे। सर्वे के दौरान खराब हुई धान की फसल की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी करेंगे। फसल आकलन के दौरान पूरी पारदर्शिता के साथ सर्वे का काम करने का निर्देश कलेक्टर ने दिया है।
नगरीय निकायों में वर्षा के बाद हुई क्षति को लेकर सर्वे शुरू किया गया है। खराब सड़कों की स्थिति के अलावा जर्जर भवनों व मकानों की फोटोग्राफी होगी और पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट निगम कमिश्नर को सौपेंगे। लोक निर्माण विभाग व नगर निगम अपने स्वामित्व वाली सड़कों की स्थिति का जायजा लेंगे। कितनी सड़कें पानी के कारण खराब हुई और कब तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाना है, पूरी रिपोर्ट को कलेक्टर का सौपेंगे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसल का बीमा कराने वाले किसानों पर सर्वे के दौरान खासतौर से फोकस किया जाएगा। ऐसे किसानों से फसल के संबंध में जानकारी इकठ्ठा की जाएगी। जिन किसानों का फसल खराब हो गया है उनके साथ खेत जाएंगे और फसल की फोटोग्राफी के साथ ही पूरी रिपोर्ट तैयार करेंगे।