कवर्धा में शक्ति प्रदर्शन : जहाँ हुआ था भगवा ध्वज का अपमान, वहां 108 फीट ऊँचे स्तंभ में लहराएगा भगवा ध्वज, कलश यात्रा में शामिल होंगी 51 सौ महिलाएं

कवर्धा :10 दिसंबर का दिन कवर्धा और छत्तीसगढ़ हिन्दू सनातनी इतिहास के लिए बहुत खास होने वाला है, देश भर के साधु-संतों की उपस्थिति में 108 फीट ऊंचे स्तंभ में भगवा ध्वजारोहण के लिए श्री शंकराचार्य जन कल्याण न्यास ट्रस्ट द्वारा तैयारियां भी शुरू कर दिया है साथ ही धर्मसभा स्थल की तैयारियां भी जोरों पर है जिसके लिए आज महामंडलेश्वर और ट्रस्ट ने कवर्धा के पीजी कॉलेज मैदान में धर्मसभा स्थल का विधिवत भूमिपूजन किया। श्री शंकराचार्य जन कल्याण न्यास कवर्धा और महामंडलेश्वरों की माने तो 10 दिसंबर को कवर्धा के लोहारा नाका चौक में 108 फीट ऊंचे भगवा ध्वजारोहण की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सुबह 11 बजे श्रीराम जानकी मंदिर से 51 सौ महिलाओं के द्वारा कलश यात्रा निकाली जाएगी। वही कलश यात्रा दोपहर 1 बजे ध्वजारोहण स्थल में पंहुचेगा। ध्वजारोहण के बाद पीजी कॉलेज में दो बजे से धर्मसभा होगी। कार्यक्रम में शामिल होने दो सौ से अधिक की संख्या में आचार्य मठों से महामंडलेश्वर कवर्धा आ रहे हैं, जो इस धर्मसभा में शामिल होंगे। इसके साथ ही 09 दिसंबर को जिले के बाद 108 गांव में एक साथ 03:45 बजे एक ही समय में भगवा ध्वज लगाया जाएगा, जिसमें अलग-अलग आचार्य शामिल होंगे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के सभी राजा महाराजा अपनी वेशभूषा में चलेंगे। आगे-आगे हाथियों का समूह, फिर घुड़सवार और फिर वीरांगना और 5,100 माताओं के द्वारा मंगल कलश यात्रा और जितने अखाड़ा के संत महंत आ रहे हैं वह स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद जी के साथ में चलेंगे और धर्म सभा को भी संबोधित करेंगे। बता दें कि कवर्धा का लोहारा नाका वही जगह है जहाँ पर बीते महीनों में झंडा को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प हुई थी। हिंसक झड़प ने देशभर में सुर्खियाँ बटोरी थी। सभी राष्ट्रीय चैनलों ने भी कवर्धा के झंडा विवाद को कवर किया था।