CG CONGRESS MANIFESTO : कांग्रेस का दूसरा मास्टर स्ट्रोक, वनवासी इलाकों में वनोपज के दामों में भारी उछाल
CG CONGRESS MANIFESTO: Second master stroke of Congress, huge jump in the prices of forest produce in forest areas.
रायपुर। मैदानी इलाकों में धान के समर्थन मूल्य में भारी वृद्धि की लड़ाई जीतने के बाद अब कांग्रेस बस्तर, सरगुजा, कोरबा इलाके के आदिवासियों को वनोपज की उपज में मिलने वाली राशि में घोषणा पत्र में शामिल कर दूसरा मास्टर स्ट्रोक चला दिया है। आदिवासी इलाकों के मजदूरों वनोपज संग्रहण केंद्रों के दामों में लगातार वृद्धि करने के बाद बिचौलिया खत्म करने की पहल की है। कांग्रेस के आज जारी घोषणा पत्र में तेंदूपत्ता की खरीदी 6 हजार करने से वनवासी इलाकों के लोगों में एक बड़ा परिवर्तन आएगा। भाजपा के 15 साल के राज में जिस तरीके से इस वर्ग के लोगों को लाभ मिलना था वह नहीं मिल पाया था। लेकिन कांग्रेस सरकार द्वारा वृद्धि करने के बाद अब घोषणा पत्र में 6 हजार वृद्धि करने के बाद एक नई क्रांति आएगी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के शासनकाल में जिस तरह तेंदूपत्ते पर फैसले लिए गए थे उसी तरह का फैसला इस बार चुनाव में कांग्रेस लेती दिख रही है।
2000 से लेकर 2003 तक का कार्यकाल को छोड़ दिया जाए तो आखिर छत्तीसगढ़ में किसानों और आदिवासियों का शोषण किसने किया यह अब चर्चा का विषय बनता जा रहा है। 2018 मैं धा न किसानों का छत्तीसगढ़ सरकार 18 सो रुपए में खरीदी थी और अब चुनावी घोषणा पत्र में इसे 3200 में प्रति मि्ंटल खरीदने की बात कही गई है इन 5 वर्षों में किसानों के धान का मूल्य 67त्न बड़ा है। आदिवासियों के मुख्य उपज तेंदू पत्ता संग्रहण 2018 में 2500 में खरीदी होती थी और आज घोषणा पत्र में यह 6000 प्रति मानक देने की घोषणा की गई है यानी कि आदिवासियों के जो तेंदूपत्ता संग्राहक है उनको 140 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है?