रायपुर। इथेनॉल को लेकर 26 एमओयू कर चुके हैं, लेकिन उसे लागू नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि भारत सरकार ने धान से इथेनॉल बनाने की अनुमति नहीं दी है। राष्ट्रीय क्षति जो हो रही है उससे बचाना चाहते हैं। चावल से सीधे इथेनॉल बनाते हैं तो बार बार ट्रांसपोर्ट और हैंडलिंग चार्ज बचेगा। यह मांग पूरे देश के लिए है। साढे 3 साल हो रहा है लेकिन जवाब नहीं आ रहा है इससे राज्य को और भारत सरकार को नुकसान हो रहा है।
मूल्य वृद्धि पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि 10 दिन में 9 बार पेट्रोलियम पदार्थ के दाम बढ़ा दिया। टैक्स का खामियाजा आम जनता पर प्रभाव पड़ता है, उसी को सहन करना पड़ता है।
इन्हें मालूम है कि मूल्य कितना भी बढ़ा हो, फर्क नहीं पड़ता। चुनाव के वक्त ध्रुवीकरण कर लेंगे। इसलिए उनको मूल्य वृद्धि की चिंता नहीं है। लेकिन कांग्रेस मुद्दों की लड़ाई लड़ती रही है, आगे भी लड़ती रहेगी।