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CG 50 Naxalites surrender: छत्तीसगढ़ में 50 नक्सलियों के सरेंडर पर गृह मंत्री अमित शाह का बयान, कहा – मार्च 2026 के बाद देश में इतिहास बन जाएगा नक्सलवाद

CG 50 Naxalites surrender: नई दिल्ली। केंद्र सरकार नक्सलियों के खिलाफ एक्शन मोड में है। रविवार को बीजापुर में 50 नक्सलियों ने सरेंडर किया और हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट गए। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमेशा कहते आ रहे हैं कि देश से 2026 तक नक्सलवाद खत्म हो जाएगा।

बीजापुर में 50 नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद केंद्रीय गृहमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया है और नक्सलियों के सरेंडर करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि पुनर्वास कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया जाएगा।

गृहमंत्री शाह ने क्या कहा?

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि बहुत हर्ष का विषय है कि बीजापुर (छत्तीसगढ़) में 50 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण किया। हिंसा और हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने वालों का मैं स्वागत करता हूं। मोदी जी की नीति स्पष्ट है कि जो भी नक्सली हथियार छोड़कर विकास का मार्ग अपनाएंगे, उनका पुनर्वास कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा।

उन्होंने लिखा कि बाकी लोगों से भी मैं पुनः अपील करता हूं कि वे हथियार त्याग कर मुख्यधारा में आएं। 31 मार्च 2026 के बाद देश में नक्सलवाद केवल इतिहास बनकर रह जाएगा, यह हमारा संकल्प है।

पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों का आत्मसमर्पण

जानकारी दें कि ये पहली बार है जब जब इतनी बढ़ी तादाद में नक्सलियों ने एक साथ आत्मसमर्पण किया है। जानकारी के मुताबिक इन नक्सलियों ने कई वारदातों को अंजाम दिया था। मगर अब मुख्य धारा के साथ चलना चाहते हैं। उधर, सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से नक्सलियों में दहशत का माहौल है।
कुछ दिनों में ही छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में कई नक्सलियों को मार गिराया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर 68 लाख रुपये का इनाम था।

नक्सलवाद समाप्त करने पर सरकार का जोर

छत्तीसगढ़ सरकार की यह भी कोशिश है कि अधिक से अधिक नक्सली विकास की धारा में लौटे। सरकार ने पुनर्वास नीति भी बनाई है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों को कई तरह की मदद भी दी जा रही है। सरकार का प्रयास है कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ शांति और विकास की राह चुने। सभी 50 नक्सलियों ने बीजापुर एसपी कार्यालय में डीआईजी और सीआरपीएफ अधिकारियों की मौजूदगी में हथियार डाले हैं।

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