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BREAKING : ED ने स्पेशल CBI जज को किया गिरफ्तार, इस एक्शन से मचा हड़कंप

BREAKING: Special CBI judge arrested by ED, this action created a stir

नई दिल्ली। ED ने स्पेशल CBI जज को गिरफ्तार किया है। पंचकूला विशेष अदालत के न्यायाधीश सुधीर परमार को कथित रिश्वतखोरी के आरोप में ED ने गिरफ्तार लिया है। जानकारी ये आ रही है कि ये गिरफ्तारी रिश्वतखोरी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में हुई है। दिल्ली के पास गुरुग्राम से धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया था।

ईडी ने एक बयान में कहा कि एसीबी की एफआईआर में कहा गया है कि विश्वसनीय जानकारी के अनुसार, गंभीर कदाचार, आधिकारिक पद का दुरुपयोग और उनकी अदालत में लंबित मामलों में आरोपी व्यक्तियों से अनुचित लाभ/रिश्वत की मांग और स्वीकृति की घटनाएं देखी गईं। एसीबी केस दर्ज होने के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने परमार को निलंबित कर दिया था।

शुक्रवार को उन्हें अदालत में पेश किया जा सकता है। ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी। एजेंसी ने पहले इस मामले में परमार के भतीजे अजय परमार, रियल एस्टेट कंपनी एम3एम के दो प्रमोटरों बसंत बंसल और पंकज बंसल और एक अन्य रियल्टी समूह आईआरईओ के मालिक और एमडी ललित गोयल को गिरफ्तार किया था। निलंबित न्यायिक अधिकारी सुधीर के खिलाफ हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा दर्ज एक भ्रष्टाचार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में रियल एस्टेट डेवलपमेंट कंपनी M3M के प्रमोटर बसंत बंसल और उनके बेटे पंकज बंसल को गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद ED ने यह कार्रवाई की है।

मनी लॉन्ड्रिंग का मामला अप्रैल में हरियाणा पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा पंचकूला में विशेष पीएमएलए अदालत में तैनात पूर्व विशेष सीबीआई और ईडी न्यायाधीश सुधीर परमार, उनके भतीजे अजय परमार और रूप कुमार बंसल के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर से जुड़ा है। ईडी ने कहा था कि विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि सुधीर परमार ईडी के आपराधिक मामलों और अन्य मामलों में आरोपियों रूप कुमार बंसल, उनके भाई बसंत बंसल और आईआरईओ के ललित गोयल के प्रति पक्षपात दिखा रहे थे। उनके खिलाफ सीबीआई का मामला उनकी अदालत में लंबित है।

ACB की FIR के अनुसार, ED अधिकारियों ने कहा कि M3M समूह, उसके प्रमोटर रूप बंसल और उसके भाई बसंत बंसल को IREO से धन हड़पने के मामले में पीएमएलए अदालत के सिटिंग जज के रूप में सुधीर परमार को लाभ दिया गया। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि शुरुआत में अजय का वेतन लगभग 10 लाख रुपए प्रति वर्ष तय किया गया और अभियोजन पक्ष की शिकायत (चार्जशीट) दायर करने और मामले में अनंतिम कुर्की आदेश पारित होने के बाद उसकी सैलरी में काफी वृद्धि की गई थी।

ED/सीबीआई जज सुधीर परमार और M3M इंडिया के निदेशक रूप कुमार बंसल के साथ पंचकूला में हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा दर्ज 17 अप्रैल की प्राथमिकी में आरोपी है। अजय को ACB 13 जून के प्रवर्तन में नामजद किया गया है। निलंबित न्यायिक अधिकारी सुधीर परमार और गिरफ्तार एम3एम निदेशक रूप बंसल को भी ईसीआईआर में नामजद किया गया है।

 

 

 

 

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