ब्रेकिंग न्यूज़: रिकार्ड मतों से जीतेंगे भूपेश… सीएम को वॉकओवर!

Date:

पाटन के भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह नहीं 

भूपेश के मुकाबले सांसद के तौर पर विजय बघेल की कोई उपलब्धि नहीं 

 दुर्ग सांसद भाजपा ने जीती विजय बघेल ने नहीं

जनता से सीधा संपर्क नहीं होना विजय के लिए माइनस पाइंट 

जनता से न मिलते है, न सुनते है, बंगले में लिखा रहता है साहब प्रवास पर

रायपुर। पाटन में किसी से भी पूछो कि यहां क्या चल रहा है तो विज्ञापन की टैग लाइन की तरह एक ही बात कहते है कि यहां भूपेश ही चल रहा है और भूपेश ही चलेगा, चलता रहेगा? पाटनवासी तो अपने नेता को रिकार्ड मतों से जीत दिलाने तक के दांवे कर रहे है।  सीएम भूपेश बघेल पाटन विधानसभा क्षेत्र में प्रतिव्दंदी और भाजपा के विधानसभा प्रत्याशी भतीजे विजय बघेल से प्रचार-प्रसार के साथ लोगों से जीवंत संपर्क में बहुत आगे निकलते दिखाई पड़ रहे है। जबकि विजय बघेल पार्टी से मिली जिम्मेदारी को गठरी बांध कर सिर उठाए घूमते हुए लोगों से सुझाव मांग रहे है, जबकि इस समय तो उन्हें वोट मांगने के लिए उतर जाना था, इससे साफ हो रहा है कि विजय बघेल डमी प्रत्याशी की भमिका में नजर आ रहे है।

जहां भूपेश  विजय को आसानी से दारण करते दिखाई दे रहे है। लोगों का तो यहां तक मानना है कि विजय बघेल की सांसद होने के बाद भी कोई पहचान नहीं है, न ही संसदीय क्षेत्र में काम को लेकर पहचान है, यदि विजय बघेल की पहचान कोई उल्लेखनीय पहचान है तो वो सीएम भूपेश बघेल के भतीजे के रूप में जबरदस्त पहचान है।

विजय बघेल ने दुर्ग संसदीय क्षेत्र में कोई उल्लेखनीय यादगार काम नहीं किया जिसे लेकर वो जनता के बीच जा सके और भूपेश के विरोध में माहौल बना सके। पाटन के मतदाता विजय बघेल को भतीजे के रूप में सम्मान देते है। कई लोगों को तो मालूम ही नहीं कि विजय बघेल दुर्ग लोकसभा के सांसद है, वो तो आज भी ताम्रध्वज साहू को सांसद मानते है। ग्रामीणों का तो यहां तक कहना है कि कभी गलती से उनके पास काम के लिए चले जाते है तो रिस्पांस ही नहीं मिलता है, उनके संसदीय क्षेत्र में पहचान विकास शून्य है, लेकिन भूपेश बघेल के भतीजे के रूप में विजय बघेल की देश दुनिया तक तगड़ी पहचान है।    प्रदेश के सबसे हीट सीट समझे जाने वाले पाटन विधानसभा क्षेत्र जिसके ताप से भाजपा उम्मीदवार दोतरफा ताप झेलते नजर आ रहे है। विजय बघेल को पार्टी ने घोषणा पत्र समिति के संयोजक बनाकर और संशय में डाल दिया है, जो लोकसभा सांसद अपने लोकसभा की समस्याओं को जानने और विकास के लिए सांसद निधि से कितने करोड़ खर्च किए उन्हें खुद ही नहीं पता है, जबकि इसके विपरीत भूपेश बघेल पाटन के विकास में एड़ी चोटी का जोर लगाकर पांच साल तक विपक्ष के निशाने पर रहे है। भूपेश ने पाटन विधानसभा को राजधानी की तरह विकसित करने का आरोप भाजपा के तमाम बड़े नेता आरोप लगाते रहे है। पाटन अब वो पगडंडी वाला गांव नहीं रहा।  यहां फोर लेन सड़क से लेकर शिक्षा, चिकित्सा, परिवहन,महिला समूह उद्योग के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित करने के साथ छत्तीसगढिय़ा खेलकूद आयोजित छत्तीसगढ़ के परंपरागत खेलों को जीवित कर छत्तीसगढिय़ावाद की शुरूआत की जिसका भाजपा के पास कोई विकल्प नहीं है।   भाजपा तो आज भी स्थानीय नेताओं पर विश्वास नहीं कर पा रही है, चुनाव की  सारी जिम्मेदारी बाहरी नेताओं को सौंपी गई है। जबकि कांग्रेस में स्थानीय नेताओं   की टीम सत्ता में दोबारा आने के लिए जी तोड़ पसीना बहा रहे है। देश के पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में छत्तीसगढ़ के दुर्ग संभाग का पाटन विधानसभा क्षेत्र देश दुनिया के प्रिंट-इलेक्ट्रानिक्स के साथ सोशल मीडिया में सुर्खियों में है। पाटन विधानसभा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का निर्वाचन क्षेत्र है, जहां अपनी सहज-सरल कार्यशैली से घरों-घरों पैठ बना रखीहै। वही उनके सामने भाजपा प्रत्याशी सांसद विजय बघेल है, जो भाग्य और मोदी लहर में सांसद बन गए। नहीं तो 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विजय बघेल को भारतीय जनता पार्टी ने कोई काम नहीं सौंपा था। विजय बघेल लूप लाइन पड़े थे, पार्टी ने उन्हें न मंडल से लेकर जिला तक कोई जिम्मेदारी नहीं थी, जबकि 2016 में अध्यक्ष बनने के बाद भूपेश बघेल लगातार पदयात्रा भाजपा शासनकाल में हुए घोटालों का भौतिक सत्यापन किया और सच को जाना तब उसे लेकर जनता के पास पहुंचे और मुद्दा बनाकर चुनाव में फायदा उठाया। जब परिणाम आए तो चारों तरह कांग्रेस को बढ़त मिली, 2018 के चुनाव में भूपेश टीम ने बंपर जीत के साथ कांग्रेस सत्ता में काबिज हुई और सीएम बने भूपेश बघेल।

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

#Crime Updates

More like this
Related

पुलिस प्रमोशन SOP हाईकोर्ट ने किया निरस्त:  नया SOP अब तक नहीं,  डेढ़ साल से अटका हवलदार व ASI प्रमोशन

कवर्धा/रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में प्रमोशन की प्रक्रिया पिछले...