BEO सस्पेंड: अश्लील वीडियो मामले में शिक्षकों पर झूठा आरोप लगाना बीईओ को पड़ गया भारी…. खुद अश्लील वीडियो वायरल कर शिक्षकों पर लगा दिया था फंसाने का आरोप !
नारायणपुर। आखिरकार वही हुआ जिसकी उम्मीद थी , नारायणपुर के विकासखंड शिक्षा अधिकारी को तत्काल प्रभाव से कमिश्नर ने निलंबित कर दिया है और निलंबन अवधि के दौरान उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय कोंडागांव में संलग्न किया गया है । विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने 15 सितंबर की रात को स्कूल शिक्षा के एक ग्रुप में अश्लील वीडियो पोस्ट कर दिया था और महज 2 मिनट बाद इसी ग्रुप में वीडियो डिलीट करते हुए उन्होंने सफाई भी दी थी कि अन्य किसी ने उनके मोबाइल से वीडियो वायरल कर दिया है यह मामला बहुत हद तक दब भी गया था लेकिन शिक्षकों के प्रति दुर्भावना रखने वाले और विवादों से घिरे रहने वाले बीईओ खेमेश्वर पाणीग्रही ने एसडीएम को जो स्पष्टीकरण दिया वह स्पष्टीकरण पत्र ही उन पर भारी पड़ गया क्योंकि पत्र में उन्होंने शिक्षकों पर यह आरोप लगा दिया था कि मद्यपान करने वाले और स्कूल न आने वाले शिक्षकों ने कूट रचना करके उन्हें फंसाया है , जबकि ऊपर उन्होंने खुद ही घटना का उल्लेख करते हुए लिखा था कि जिस समय यह वीडियो पोस्ट किया था उस समय वह संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग के अधिकारीगण के साथ भोजन कर रहे थे और शौचालय के लिए गए उसी समय किसी ने वीडियो डाल दिया तो सवाल खड़ा यह होता है कि जब वह अधिकारीगण के साथ थे तो वीडियो किसी ने कैसे डाल दिया । इन्हीं सब बातों को लेकर सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने जिले के कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू , शिक्षा संभाग के संयुक्त संचालक हेमंत उपाध्याय , एसडीएम दिनेश कुमार नाथ और जिला शिक्षा अधिकारी जी आर मंडावी से लिखित शिकायत की थी जिसके बाद फाइल आगे बढ़ी और कलेक्टर ने पूरे मामले की रिपोर्ट कमिश्नर को भेजी जिसके बाद कमिश्नर ने तत्काल प्रभाव से दोषी बीईओ को सस्पेंड कर दिया है ।