CONGRESS POSTER BAJI : Conflict erupts within Congress! Workers put up a nude poster of their own leader…
बाड़मेर, 27 सितंबर। राजस्थान के सीमांत जिले बाड़मेर में कांग्रेस की राजनीति इन दिनों गरमाई हुई है। पूर्व विधायक मेवाराम जैन की घर वापसी ने पार्टी के भीतर तूफ़ान खड़ा कर दिया है। जैन के कांग्रेस में शामिल होने से पहले ही विरोधियों ने शहर में जगह-जगह आपत्तिजनक पोस्टर लगाकर अपनी नाराज़गी जताई। इन पोस्टरों में जिला कांग्रेस का नाम तक लिखा गया, जिससे संगठन की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं।
चौधरी गुट की कमजोर पकड़
जैन की वापसी को लेकर कद्दावर नेता हरीश चौधरी और हेमाराम चौधरी गुट का विरोध अब बेअसर साबित होता दिख रहा है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह घटनाक्रम “चौधहराट” की राजनीति की बड़ी हार है। हरीश चौधरी के लिए यह समय ‘करो या मरो’ जैसा माना जा रहा है। उनकी राजनीतिक पकड़ और ‘ओरा’ कमजोर होता दिख रहा है।
विरोधियों को मिला बल
मेवाराम जैन की वापसी से उनके विरोधियों को नया आत्मविश्वास मिला है। वे दावा कर रहे हैं कि इस घटनाक्रम से जिले का सियासी समीकरण बदल जाएगा। वहीं, कांग्रेस के भीतर गुटबाज़ी और तेज़ होने की संभावना जताई जा रही है।
पोस्टरबाज़ी से छवि धूमिल
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि पोस्टरबाज़ी से कांग्रेस की छवि और धूमिल हुई है। जनता इस तरह के हथकंडों को पहले ही नकार चुकी है, लिहाज़ा विरोधियों को इससे कोई खास फायदा मिलने की संभावना नहीं है।
आगे बढ़ेगा सियासी घमासान
कुल मिलाकर, बाड़मेर कांग्रेस आने वाले दिनों में पटाखों की तरह गूंजेगी। पार्टी के भीतर की खींचतान अब न सिर्फ जिले बल्कि पूरे राजस्थान की राजनीति में सुनाई देगी।
