ASIA CUP 2022 : संकट में भारतीय टीम, फाइनल पाकिस्तान के भरोसे, लगातार दूसरी हार फिर भी उम्मीद …. 4 मुश्किलों को करना होगा पार
ASIA CUP 2022: Indian team in crisis, final depends on Pakistan, second consecutive defeat, still hope…. 4 difficulties have to be overcome
नई दिल्ली। आखिरी ओवर में श्रीलंका के खिलाफ मिली हार के साथ ही टीम इंडिया के लिए एशिया कप में आगे का सफर काफी मुश्किल हो चुका है। फैंस यह जानने में जुटे हैं कि क्या अब भी ऐसा कोई समीकरण है, जिससे रोहित की पलटन फाइनल तक पहुंच सकती है। अगर आप भी अपना कैलकुलेटर निकालकर हिसाब-किताब लगाने में जुटे हैं तो चलिए आपका काम थोड़ा आसान कर देते हैं और आसान शब्दों में ही समझाते हैं भारत की संभावनाएं।
अगर-मगर की लड़ाई –
शुरुआत में ही आपको कोई झूठा दिलासा न देते हुए, ये बता देते हैं कि फाइनल के दरवाजे लगभग बंद हो चुके हैं। भारत अब फाइनल में ‘अगर-मगर’ के भरोसे ही पहुंच सकता है। आज अफगानिस्तान की टीम पाकिस्तान को पटखनी दे दे और फिर श्रीलंका भी अपने तीसरे मुकाबले में पाकिस्तान पर जीत दर्ज कर ले। यानी पाकिस्तान अपने बाकी बचे दोनों मुकाबले गंवा दे और भारत अफगानिस्तान को हरा दे तो फिर भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान तीनों के नाम दो-दो अंक हो जाएंगे और फिर मामला नेट रन रेट पर जाकर अटकेगा। ऐसे हालातों के लिए भारत को अफगानिस्तान पर एक बड़ी जीत दर्ज कर अपने नेट रन रेट को बेहतर करना होगा।
और आसाान तरीके से समझें –
01. अफगानिस्तान, पाकिस्तान को हरा दे
02.टीम इंडिया अफगानिस्तान को हरा दे
03. श्रीलंका भी पाकिस्तान को हरा दे
04. भारत का NRR अफगानिस्तान और पाक से बेहतर
आखिरी ओवर में हारा भारत –
पाकिस्तान के बाद श्रीलंका से मिली सुपर-4 में लगातार दूसरी हार के बाद अब भारत पर एशिया कप से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। अब भारत की उम्मीदें नेट रनरेट और दूसरी टीमों की हार-जीत पर टिकी हुई है। श्रीलंका को आखिरी ओवर में जीत के लिए सिर्फ 7 रन चाहिए थे। मगर अर्शदीप सिंह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए मैच आखिरी दो बॉल तक खींचा, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए। टॉस गंवाकर पहले बैटिंग करते हुए भारत ने रोहित शर्मा के बूते (41 गेंद पर 72 रन) आठ विकेट पर 173 रन का स्कोर बनाया। जवाब में श्रीलंका ने 4 विकेट खोकर एक गेंद पहले लगातार तीसरा मैच जीता। पथुम निसांका (52) और कुसल मेंडिस (57) की ओपनिंग जोड़ी ने श्रीलंका की जीत की नींव रखी।