ARCHANA TIWARI CASE: Archana Tiwari’s mysterious ‘disappearance’ game, secret revealed after 12 days
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की युवा वकील अर्चना तिवारी (29) का 12 दिन तक रहस्यमय तरीके से गायब होना परिवार और पुलिस दोनों के लिए बड़ी चुनौती बन गया था। जज बनने का सपना देखने वाली अर्चना ने शादी से बचने और अपने करियर पर फोकस करने के लिए खुद ही ‘गायब होने का प्लान’ बनाया। इस दौरान तीन लड़कों और एक विदेशी दोस्त ने उनकी मदद की।
शादी का दबाव और भागने का प्लान
परिवार उनकी शादी एक पटवारी से तय कर चुका था, लेकिन अर्चना इस रिश्ते से खुश नहीं थीं। करियर बाधित न हो, इसलिए उन्होंने घरवालों से बचने के लिए मिसिंग ड्रामा रचा।
कैसे रचा गया प्लान?
अर्चना ने अपने दोस्त सारांश और ड्राइवर तेजेंद्र के साथ बैठकर पूरी पटकथा लिखी। वह ट्रेन से कटनी जाने का बहाना बनाकर इटारसी में गायब हो गईं। तेजेंद्र ने उनका मोबाइल और कपड़े जंगल में फेंक दिए ताकि हादसे का शक हो।
इटारसी से अर्चना, सारांश की कार में बैठकर शुजालपुर, बुरहानपुर, हैदराबाद, जोधपुर और दिल्ली तक घूमती रहीं। कैमरों से बचने के लिए वह कार की सीट पर लेटकर यात्रा करतीं।
नेपाल तक पहुंची
दिल्ली से दोनों नेपाल पहुंचे, जहां नेपाली युवक वायासी देवकोटा ने उन्हें शरण दी और नया सिम कार्ड दिलाया। वहीं सारांश वापस लौट आया।
पुलिस का बड़ा खुलासा
70 सदस्यीय टीम ने 500 से अधिक CCTV फुटेज और कॉल डिटेल खंगाले। बार-बार सारांश से हुई लंबी कॉल्स ने पुलिस को सुराग दिया। सारांश को पकड़ने के बाद पूरी कहानी सामने आ गई।
मास्टरमाइंड अर्चना
रेल एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के अनुसार, अर्चना इस पूरे ऑपरेशन की मास्टरमाइंड थीं। शादी से बचने के लिए उन्होंने रहस्यमय ढंग से 12 दिन तक खुद को छिपाए रखा, लेकिन अंततः पुलिस ने उन्हें नेपाल से ट्रेस कर भोपाल वापस ले आई।
इस पूरे मामले ने सुरक्षा और रिश्तों में बढ़ते दबाव को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
