तकनीकी शिक्षा का देश के सामाजिक तथा आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका – पवार
मानव सभ्यता के विकास में आने वाली समस्याओं का निदान ही तकनीक – हाजरा
लायंस व स्वदेशी मंच ने याद किया भारतरत्न विश्वरैय्या को अभियन्ता दिवस पर किया गया युवा अभियंताओं का सम्मान
राजनांदगांव। लांयस क्लब ऑफ राजनांदगांव एवं स्वदेशी जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में अभियन्ता सम्मान समारोह लायन्स सेवा सदन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहन पवार, पूर्व सूचना आयुक्त छ.ग. शासन थे। अध्यक्षता मिल्टन लाल वाइस चेयरमेन आईसीटी ने की। विशेष अतिथि निदेशक ब्लिस इंटरनेशनल व समाजसेवी रमेश श्रीवास्तव, अमलेन्दु हाजरा चेयरमेन ग्रामीण विकास, ललित भंसाली अध्यक्ष लायंस क्लब तथा छत्तीसगढ़ पेंशनर संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डी.सी. जैन थे। अतिथियों की उपस्थिति में कार्यक्रम का प्रारंभ भारतरत्न डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के तेलचित्र पर पूजा-अर्चना व दीप प्रज्जवलन और पुष्प अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर लायंन अभियंता स्व. देवीप्रसाद शर्मा एवं लायंन अभियंता स्व. अमित राय को भी भावांजलि अर्पित की गई।
लायंस क्लब के कोषाध्यक्ष अशोक कोटडिय़ा ने बताया कि वर्तमान समय में देश व दुनिया तकनीक से जुड़ी है और ऐसे समय में देश के युवाओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत है, इसलिये लायंस क्लब द्वारा तकनीक के विभिन्न क्षेत्रों इंजीनियरों के द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों को चिन्हांकित कर सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि पूर्व सूचना आयुक्त मोहन पवार ने कहा कि तकनीकी शिक्षा हमारे देश के सामाजिक तथा आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत उच्च क्षमतावान तकनीकी स्नातको को तैयार करने के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि तकनीकी शिक्षा की आत्मा गणित होती है। बिना गणित के तकनीकी शिक्षा अधूरी है और गणित की उत्पति देश के रत्न आर्यभट से हुई है जिसका आज भी सम्पूर्ण विश्व के विकास में योगदान है। इसी क्रम में भारत की भूमि पर एक से बढ़कर एक रत्न हुए। इसी श्रेणी में भारत रत्न डॉ. मोक्षगुंडम विश्वरैय्या का जन्म हुआ और उन्होंने अपनी तकनीकी शिक्षा व ज्ञान से देश की नदियों पर बड़े-बड़े बांध बनाकर जल को रोकने एवं बाढ़ नियंत्रण के लिये उच्च तकनीक का उपयोग किया है, जिसे हम नहीं भूला सकते है। श्री पवार ने कहा कि लायंस क्लब व स्वदेशी जागरण मंच द्वारा अभियंता सम्मान समारोह का आयोजन पहली बार किया गया है। इसके लिए आयोजक व उनकी पूरी टीम बधाई के पात्र है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आई.टी.सी. के वाइस चेयरमेन डॉ. ई. मिल्टन लाल ने देश की एकता व अखण्डता को बनाये रखने का आव्हान करते हुए कहा कि तकनीकी शिक्षा का ज्ञान मानव जीवन में अति महत्वपूर्ण है। देश में युवाओं को कृषि, कम्प्यूटर, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, ट्रान्सपोर्ट आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। देश के पर्याप्त संसाधन के अलावा युवाओं में कुछ नया करने की सोच की जरूरत है। उन्होंने इस सन्दर्भ में देश के उन युवाओं का भी उदाहरण प्रस्तुत किया, जिन्होंने विश्व में भारत की पहचान बनाई है। कार्यक्रम के विशेष अतिथि ब्लीस इंटरनेशसनल के डायरेक्टर व समाजसेवी रमेश श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे देश में प्रतिभावान युवाओं की कमी नहीं है। उन्हें प्रेरित कर देश के निर्माण में उसका उपयोग किया जा सकता है। मानव सभ्यता का विकास तकनीक के बिना अधूरा है। आधुनिक मशीनों से कम समय में अधिक काम लिया जा रहा है जिसके लिये हमारे अभियंता बधाई के पात्र हैं। भारत स्वदेशी तकनीकी से निर्मित ब्रम्होस्त्र हथियार आज विभिन्न देशा को विक्रय कर रहा है।
विशेष अतिथि ग्रामीण विकास के चेयरमेन व स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सदस्य अमलेन्दु हाजरा ने कहा कि मानव सभ्यता के विकास में आने वाली समस्याओं का निदान ही तकनीक है और देश की तकनीकी शिक्षा आज विश्व में आदर्श है। भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वरैय्या द्वारा कृष्ण सागर बांध, इन्द्रावती आयरन एंड स्टील स्वर्ण बांध, बैंक ऑफ मैसूर, मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर सेंट्रल एन्ड आयल फैक्ट्री जैसे संस्थानों का उच्च तकनीक से निर्माण उनकी ही देन है। सभी तकनीकी सेवा में कार्य करने वाले अभियन्ताओं व छात्रों को उनके जीवन का अनुसरण व आत्मसात करनेकी जरूरत है। सभा में उपस्थित वयोवृद्ध नागरिक छत्तीसगढ़ पेशनर संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डीसी जैन ने कहा कि लायंस क्लब व स्वदेशी जागगरण मंच के साथ उपस्थित अभियन्ता व सभी विद्धजन बधाई के पात्र है। आज भी पुरानी तकनीक से बने पुल, पुलिया, इमारत, बांध और भवन टेक्नॉलाजी की गुणवत्ता को दर्शाते हैं। ऐसे ही तकनीक को आज अपनानेकी आवश्यकता है।
इस अवसर पर रायपुर से आए युवा अभियंता देवदत्त जोशी ने कहा कि समाजिक संस्थाओं के द्वारा किया गया, यह पहला आयोजन हमारा मनोबल बढ़ाता है और कार्य के प्रति हमें प्रोत्साहित करता है। भिलाई के शंकराचार्य इंस्टीयूट से सम्बद्ध युवा अभियंता डॉ. राहुल मिश्रा ने सुप्रसिद्ध भारतीय अभियंता डॉ. मोक्षगुंडम विश्वरैय्या के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा किए निर्माण कार्य की सराहना करते हुए कहा कि मानव जीवन आज तकनीकी शिक्षा के बिना अधूरा है। आज के युवाओं को तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने में विशेष रूचि लेेने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर अभियंता देवदत्त जोशी, राहुल मिश्रा, पीसी साहू, कार्यपालन अभियंता विद्युत कम्पनी डोंगरगांव, आदित्य बोग्गावरापु, विनीत कोटडिय़ा, अमित सोनी, विक्की जोशी, प्रियांश शर्मा, रजत मिश्रा को मंच पर उपस्थित अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह व प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गणमान्य नागरिकों में सर्वश्री दिग्विजय भाकरे, प्रोफेसर के.के. द्विवेदी, कचरू प्रसाद शर्मा, सरोज द्विवेदी, गुरमीत सिंह भाटिया, राजकुमार शर्मा, रमेश गुप्ता, महेश चितवरकर, रविन्द्र मुदिराज, आत्माराम कोशा, टीकाराम साहू, आर.पी. रेड्डी, यशवंत गावड़े, प्रमोद बागड़ी, आनंद वर्गीस, सचिन हेडाऊ, अनिमेष राय, मोजेश लाल, रक्षित लाल, कृष्णादास, सुश्री अंजलि वत्स, विश्वजीत पात्रा, सुश्री शीतल देवांगन, संतोषी कोसरे, अंजुम शेख, जनकराम साहू, कृष्णचन्द्र चौहान, रमेश कुर्रे, प्रतिमा वासनिक, लुमन साहू, हरजीत भाटिया, चन्द्रशखर शर्मा, अखिलेश चन्द्र तिवारी,आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन लायन्स क्लब के सचिव अभियंता राजेश कोटडिय़ा द्वारा किया गया। उक्त जानकारी लायन्स क्लब के सचिव राजेश कोटडिय़ा व प्रमोद बागड़ी ने दी।