CG BREAKING : Ruckus over removal of Chhattisgarh Mata’s statue in Tumgaon, farmers’ anger erupts
रायपुर/तुमगांव। छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा को शासकीय भूमि से हटाए जाने के बाद तुमगांव में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। बताया जा रहा है कि अवैधकर रूप से स्थापित प्रतिमा को हटाने की कार्रवाई के दौरान डीएसपी त्रिपाठी, तहसीलदार तुमगांव और थाना प्रभारी ने मिलकर मूर्ति को अपने वाहन में ले जाया। इसके बाद से क्षेत्र के किसानों और महिलाओं में भारी आक्रोश देखा गया।
तहसीलदार ने महिलाओं और किसानों को किया गिरफ्तार
सूत्रों के अनुसार शाम करीब 5 बजे तहसीलदार ने कई महिलाओं और किसानों को गिरफ्तार कर थाना तुमगांव पहुंचाया। मूर्ति को लेकर जा रहे तहसीलदार के वाहन को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा और बढ़ गया। कुवारजर सरपंच ने भी मूर्ति रखने से इनकार कर दिया, जिसके बाद मूर्ति थाने भेज दी गई।
थाने में महिलाओं की भीड़, नारेबाजी तेज
करीब 50 किसान थाने में ही बैठ गए और बाहर बड़ी संख्या में महिलाएं इकट्ठा होकर नारेबाजी करती रहीं। महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति का “अपहरण” किया है और वे इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर FIR की मांग कर रही हैं।
किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे का हस्तक्षेप
घटना की जानकारी मिलने पर किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे महासमुंद पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर सांत्वना दी और कहा कि “छत्तीसगढ़ पुलिस लोगों को उकसा रही है, इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।”
उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के कार्यक्रम की व्यवस्था में व्यस्त हैं, इस कारण प्रशासन की स्थिति बिगड़ रही है। दुबे ने नागरिकों से चर्चा के बाद महासमुंद बंद करने पर विचार किया है। इस पर अंतिम निर्णय कल फिर होने वाली बैठक में लिया जाएगा।
ग्रामीणों में गहरा आक्रोश
घटना के बाद ग्रामीणों और किसानों में भारी असंतोष है। उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा हटाना उनकी आस्था का अपमान है और प्रशासन का यह कदम पूरी तरह अनुचित है।
