Bihar Election: पटना । बिहार में आगामी चुनाव को लेकर महागठबंधन के भीतर चल रहे समीकरण और गतिरोध को दूर करने के लिए कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को गठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया है।
सीटों के बंटवारे को लेकर राजद की प्रतिक्रिया से असहज होने के बावजूद कांग्रेस ने यह कदम उठाया ताकि गठबंधन की एकजुटता में बिखराव का संदेश न जाए और चुनावी रणनीति को मज़बूती मिले। पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार के पार्टी नेताओं की आलोचनाओं के बावजूद तेजस्वी की सीएम उम्मीदवारी को हरी झंडी दी।
कांग्रेस का मानना है कि सीएम चेहरा सामने आने से महागठबंधन में अंदरूनी संघर्ष की धारणा टूटेगी और एनडीए के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर विपक्ष का नैरेटिव सत्ताधारी गठबंधन के लिए परेशानी बढ़ाएगा। राजद के साथ दोस्ताना मुकाबले और बंद हुए संवाद के कारण कांग्रेस ने अपने आक्रामक तेवर नरम किए।
पार्टी ने गतिरोध को सुलझाने के लिए राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत को जिम्मा सौंपा। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह कदम राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन की एकता बनाए रखने और बिहार में चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए जरूरी था।
तेजस्वी यादव के सीएम चेहरा घोषित होने के साथ-साथ दो उपमुख्यमंत्री बनाने की भी घोषणा की गई, जिसमें वीआईपी के मुकेश सहनी भी शामिल हैं। दूसरा डिप्टी सीएम संभवतः कांग्रेस का होगा और वह दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व कर सकता है।
कांग्रेस रणनीतिकारों का मानना है कि सीएम चेहरा घोषित करने से महागठबंधन को अपना चुनावी नैरेटिव गढ़ने का अवसर मिलेगा और एनडीए के मुख्यमंत्री को लेकर जनता में अस्पष्टता बनी रहेगी, जिससे गठबंधन को चुनावी फायदा मिलेगा।