भारी बारिश से गांव में जन-जीवन हुआ अस्त-व्यस्त, प्रसव पीड़ा से जूझ रही गर्भवती को खाट पर बांध कर उफनती नदी कराई पार

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में बीते दिन भारी बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. इसी बीच मैनपुर तहसील क्षेत्र में एक प्रसव पीड़ा से जूझ रही गर्भवती को खाट पर बांध कर उफनदी ‘अमाड़ नदी’ पार कराने का वीडियो सामने आया है. हम चांद तक पहुंच चुके हैं, लेकिन मरीजों को लेजाने के लिए इस गांव में अब तक एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं पहुंच पाई है. पुल के अभाव में ग्रामीणों को नदी पार कर ही नेशनल हाइवे तक जाना पड़ता है, जहां से उन्हें प्राइवेट वाहन किराये पर मिल पाती है.
बता दें, दशहरे के दिन परिजनों ने गर्भवती को पहले खाट पर बिठाया और फिर रस्सी से उसे खाट से बांध दिया, ताकि वह गिर ना जाए. इसके बाद 5-6 लोगों ने मिलकर उसे नदी के उस पार पहुंचाया और फिर किराए की गाड़ी से सुरक्षित देवभोग ले जाया गया. इस घटना के वीडियो सामने आते ही सरकार के विकास कार्यों पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं.
दशहरा पर गरियाबंद में रिकॉर्ड बारिश
दशहरा के दिन जिले की 7 तहसीलों में कुल 471 मिमी बारिश दर्ज की गई है. अमलीपदर में 101 मिमी बारिश हुई, फिंगेश्वर में 95.8 मिमी और मैनपुर में 90.4 मिमी बारिश दर्ज की गई. लगातार बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हो चुका है.
पर्व की रौनक पर पानी, प्रशासन अलर्ट पर
भारी बारिश से दशहरा पर्व का उत्साह फीका पड़ गया. हालात को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया. देवभोग के बेलाट नाला पर तहसीलदार अजय चंद्रवंशी ने टीम के साथ पहुंचकर रस्सी से बेरिकेडिंग की, ताकि कोई भी व्यक्ति खतरा मोल लेकर पार न कर सके.
बिजली आपूर्ति ठप, 100 गांवों में ब्लैक आउट
बारिश की मार बिजली व्यवस्था पर भी पड़ी. मुडागांव में बिजली का खंभा टूट जाने से देवभोग क्षेत्र के 100 गांव अंधेरे में डूब गए. बिजली विभाग ने मरम्मत कार्य शुरू किया है, लेकिन लगातार बारिश से काम में बाधा आ रही है.