ACTRESS DISHA PATNI HOUSE FIRING : नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग से पूरे इलाके में दहशत फैल गई। इस हमले की जिम्मेदारी जाने-माने गैंगस्टर गोल्डी बरार ने ली है। हमले की वजह दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी के द्वारा हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करना बताया गया है।
दिशा पाटनी के पिता जगदीश पाटनी ने बड़ी बेटी खुशबू के पक्ष में बयान दिया है। दरअसल लगभग एक महीने पहले खुशबू पाटनी ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य पर विवादित बयान दिया था। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग देखने को मिली है।
क्या बोले दिशा के पिता?
दिशा पाटनी के पिता जगदीश पाटनी का कहना है, “मुझे नहीं लगता कि किसी ने कुछ गलत कहा है। अगर आचार्य जी ने महिलाओं के बारे में कुछ कहा, तो मेरी बेटी ने भी कह दिया। सभी को बोलने की आजादी है। मगर, इसे इतना बड़ा मुद्दा बनाना ठीक नहीं है।”
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि पूर्व आर्मी ऑफिसर खुशबू पाटनी ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर करते हुए कथावाचक अनिरुद्धाचार्य को स्रियों से नफरत करने वाला बताया था। उनके इस बयान को प्रेमानंद महाराज के विरुद्ध भी देखा जा रहा था, लेकिन बाद में खुशबू ने साफ कर दिया कि उन्होंने सिर्फ अनिरुद्धाचार्य के संदर्भ में यह बयान दिया था।
हमलावर ने दी वॉर्निंग
बीती रात हुई फायरिंग के बाद यह मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। गोल्डी बरार गैंग के सदस्य वीरेंद्र चरण ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। वीरेंद्र का कहना है कि खुशबू ने प्रेमानंद महाराज का अपमान किया है। हमले के बाद चेतावनी देते हुए वीरेंद्र ने कहा-
अगली बार से उसने (खुशबू) या किसी और ने हमारे धर्म का अपमान किया, तो हम उसे जिंदा नहीं छोड़ेंगे।
हमले की जानकारी देते हुए दिशा पाटनी के पिता ने बताया, “2 लोग बाइक से आए थे। एक आरोपी बाइक चला रहा था और उसने हेलमेट पहना था. वहीं दूसरे के हाथ में बंदूक थी और उसने हेलमेट नहीं लगाया था। मुझे सही से याद नहीं है कि उन्होंने कितने राउंड की फायरिंग की? मगर, 8-10 राउंड की फायरिंग हुई होगी।”
क्या था पूरा विवाद?
बता दें कि खुशबू पाटनी ने अनिरुद्धाचार्य पर टिप्पणी करते हुए कहा था, “अगर वो मेरे सामने आ जाए, तो मैं उन्हें सबक सिखा दूंगी।” मामला बढ़ने के बाद खुशबू ने फिर से बयान जारी करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी सिर्फ अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ थी, प्रेमानंद महाराज के खिलाफ नहीं।
