नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन तिहाड़ से बाहर आ गए हैं। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने जैन को जमानत दी थी। सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बीते 18 महीने से जेल में बंद थे। सत्येंद्र जैन को रिसीव करने के लिए जेल के बाहर सीएम आतिशी, राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी मौजूद थे।
सत्येंद्र जैन ने बाहर निकलकर कहा, “इस देश में जो राजनीति है वो किस दिशा में जा रही है वो आप सभी को दिखाई दे रहा है। अरविंद केजरीवाल ने उस दिशा के विपरीत जाने की कोशिश की। इन खाटी नेताओं के खिलाफ एक आवाज उठी। उन्होंने (अरविंद केजरीवाल) बहुत सारे आम आदमियों को एकत्रित किया लेकिन इस देश में आम आदमी तो चुनाव नहीं लड़ सकता।”
केजरीवाल ने राजनीति की दिशा बदली: सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन ने कहा, “ये कहते हैं कि आम आदमी राजनीति में नहीं आने चाहिए। वे (भाजपा) अरविंद केजरीवाल को बदनाम करके दिखाना चाहते हैं कि वे भी हमारे जैसे हैं। ऐसा नहीं है। अगर ऐसा होता तो अरविंद केजरीवाल जेल नहीं जाते, पलटी मार जाते। अरविंद केजरीवाल भी जेल गए और उनके सारे सिपाही भी जेल गए।”
कामों को रुकवाने के लिए किया गिरफ्तार: सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन ने कहा, “मुझे अरविंद केजरीवाल के कामों को रोकने के लिए गिरफ्तार किया गया था। उन कामों को रुकवाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। अरविंद केजरीवाल बाहर आ चुके हैं, मनीष सिसोदिया बाहर है, संजय सिंह बाहर है और अब मैं भी बाहर आ गया हूं। अब हम सारे के सारे काम पूरे करके दिखाएंगे। अरविंद केजरीवाल ने सबसे वादा किया था कि यमुना नदी को साफ करके दिखाएंगे। केवल उस काम को रोकने के लिए मुझे अरेस्ट किया गया था। अब हम यमुना नदी को भी साफ करके दिखाएंगे और दिल्ली के लोगों के सारे कामों को करके दिखाएंगे।”
उन्हें दर्द है कि हमें कोई नहीं पूछेगा: सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन ने कहा, “नेता तो बहुत हैं। इस देश में पार्टियों की भी कोई कमी नहीं है? लेकिन हमें क्यों अरेस्ट किया? अरविंद केजरीवाल ने आम आदमियों की पार्टी बनाई और आम आदमियों ने उन्हें समर्थन दिया। उन्हें दर्द इस बात का है कि अगर मनीष सिसोदिया ने स्कूल ठीक कर दिए तो उन्हें कौन पूछेगा? सत्येंद्र जैन ने अस्पताल ठीक करवा दिए तो उन्हें कौन पूछेगा? हमारी आने वाली पीढ़ी कोई राजनीति में नहीं आएगी। आम जनता चुनाव ना लड़े, आम आदमी राजनीति में ना आ जाए और आम आदमी आकर इनकी दुकानदारी बंद ना कर दे इसलिए हमें अरेस्ट किया गया।”