
CG BIG NEWS: Congress leader murdered due to superstition
जशपुर। छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है. अंधविश्वास में षड्यंत्र पूर्वक कांग्रेसी कार्यकर्ता की हत्या करने वाले एक ही परिवार के महिला सहित कुल 3 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिसमें मनोज कुमार उम्र 58 साल, किरनजीत उम्र 20 साल एवं फुलमेत बाई उम्र 55 साल सभी निवासी हर्राडांड जखाटोली थाना कुनकुरी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 16 नवंबर को थाना कुनकुरी को सूचना मिली कि हर्राडांड जखाटोली में मृतक वृन्दा राम नागवंशी उम्र 64 साल का शव सी.सी. रोड में पड़ा हुआ है, उसके सिर, चेहरा में गंभीर चोट लगा है, खून बह रहा है. प्रथम दृष्टया में किसी हथियार से मृतक को मारपीट कर हत्या किया जाना पाया गया. मृतक के पुत्र संजय राम उम्र 32 साल की रिपोर्ट पर हत्या का प्रकरण दर्ज कर विवेचना की जा रही थी.
अंधविश्वास ने ली व्यक्ति की जान
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी. रविशंकर के निर्देशन में एसडीओपी कुनकुरी विनोद मंडावी के नेतृत्व में अज्ञात आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया था. वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी. विवेचना दौरान टीम को ज्ञात हुआ कि हर्राडांड का मनोज कुमार एवं उसका पुत्र किरनजीत मृतक से अंधविश्वास करने की शंका कर रंजिश रखते थे. संदेह के आधार पर उक्त पिता-पुत्र को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि मृतक वृन्दाराम उर्फ बैगा झाड़-फूंक ओझा का कार्य करता था, जब भी वह उनसे मिलता था तो उन्हें कुछ अनहोनी कर दूंगा कहा करता था. मनोज कुमार के परिवार के सदस्य अक्सर बीमार रहते थे, किरनजीत भी बहुत बीमार हुआ था. उन्हें शंका था कि वृन्दाराम उर्फ बैगा ने ही उसके परिवार को कुछ कर दिया है. इसलिए मनोज कुमार एवं उसका पुत्र किरनजीत योजना बनाएं कि वे वृन्दाराम उर्फ बैगा को जान से मारकर खत्म कर देंगे और वे मौके की तलाश में थे.
घर के सदस्यों ने मिलकर बनाया प्लान
15 नवंबर को वृन्दाराम उर्फ बैगा रात में 09 बजे के बाद उनसे मिलने पर मौका देखकर मनोज कुमार अपने पास रखे डंडा से उसके गला, सिर में 03-04 बार वार किया, तब वह बेहोश होकर जमीन में गिर गया, फिर साथ में रही अपनी पत्नी फुलमेत के साथ दोनों सीधे अपने घर आकर पुत्र किरनजीत को बताये तो किरनजीत घर से टांगी लेकर गया और वृन्दा राम को जिंदा देखकर 3-4 बार टांगी के पासा से उसके सिर में वारकर हत्या कर दिया. आरोपियों के मेमोरंडम से घटना में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा, टांगी एवं मोबाइल इत्यादि को जब्त किया गया है.