छत्तीसगढ़ पौनी पसारी योजना 2023: पौनी पसारी योजना से पारम्परिक व्यवसाइयों को हो रहा लाभ, खरीदारी करने उमड़ा जनसैलाब, युवाओं और महिलाओं को मिला रोजगार का नया मार्ग
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Chhattisgarh Pauni Pasari Yojana 2023: Traditional businessmen are benefiting from Pauni Pasari Yojana, people thronged to buy
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 5 दिसम्बर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना की घोषणा की। इस योजना के माध्यम से न सिर्फ परम्परागत व्यवसायों को लाभ होगा बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। साथ ही इस योजना के माध्यम से 50 प्रतिशत महिलाओं को भी मौका दिया जाएगा। ये प्रतिशत उनके लिए आरक्षित किया गया है।
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की कल्याणकारी “पौनी पसारी योजना” से परंपरागत व्यवसायों को प्रोत्साहन मिल रहा है। साथ ही बेरोजगारी दर में भी कमी आई है। इस योजना की घोषणा, प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 5 दिसम्बर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। इसके लिए राज्य सरकार ने 73 करोड़ का बजट भी तय किया, जिसे 2 वर्ष के अंदर इस्तेमाल करन था।
इस योजना के माध्यम से सरकार परम्परागत व्यवसायों और उद्योगों के लिए बाजार का निर्माण करेगी, जिससे राज्य में न सिर्फ परम्परागत व्यवसायों को लाभ होगा बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। इस योजना के अंतर्गत 168 शहरी निकायों को शामिल किया जायेगा। योजना को शुरू करने का उद्देश्य पारम्परिक व्यवसाय को स्थापित करना है, ताकि राज्य में रोजगार माध्यमों की वृद्धि हो सके।
वहीं, राज्य सरकार ने इसके लिए 168 शेड्स का निर्माण भी किया। इन शेड के माध्यम से व्यवसायी अपना व्यवसाय आसानी से कर सकते हैं, यह उन्हें बारिश और धुप जैसी समस्याओं से दूर रखता है, जिससे वे अनेक मौसमों में व्यवसाए कर सकते हैं। वहीं, प्रत्येक बाजार में 15 शेड बनाये जा रहे हैं, जिन्हे 15 रूपए प्रतिदिन के किराए पर व्यवसाइयों द्वारा लिया जा सकेगा। इस योजना के तहत परमपरागत व्यावसायियों को अपना रोजगार स्थापित करने के लिए सक्षम बनाया जाएगा। यही नहीं इस योजना के माध्यम से 50 प्रतिशत महिलाओं को भी मौका दिया जाएगा। ये प्रतिशत उनके लिए आरक्षित किया गया है।
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क्या है पौनी पसारी योजना
दरअसल यह एक ऐसी योजना है जिसके माध्यम से अब बेरोजगार युवा अपना स्थान बाजार में बना सकते हैं और स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। योजना के तहत सरकार ने तीन वर्ष के लिए 73 करोड़ का बजट बनाया गया है। जिसके माध्यम से अब सभी निवेशकों को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। और किराये पर अस्थायी दुकाने दी जाएगी। इसके साथ ही 168 शहरी निकायों के बेरोजगार वर्ग को आय के साधन उपलब्ध कराये जाएंगे। इसके अतिरिक्त हाथ से कार्य करने वाले जैसे कुम्हार, लोहार, बंसोड़, आदि को योजना से जोड़ा गया है। योग्य और अपने कार्य में कुशल महिलाएं भी छत्तीसगढ़ पौनी पसारी योजना में शामिल है। राज्य सरकार द्वारा 50 प्रतिशत महिलाओं और 50 प्रतिशत आरक्षित की गयी है। दोनों समान रूप से आवेदन करने के पात्र हैं।
क्या है पौनी पसारी योजना का उद्देश्य
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पौनी पसार योजना से हस्तशिल्पकारों को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता प्रदान कर, बेरोजगारी की दर कम करने और पारम्परिक व्यवसायों पर पुनर्जोर देने का प्रयास किया जा रहा है। यह राज्य के सभी लोगो को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए यह छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा बेरोजगारी की दर में कमी करने के लिए एक प्रयास है। पौनी पसारी योजना के अंतर्गत सभी हस्तशिल्पकारों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। उन्हें अपना हुनर को निखारने का एक सुनहरा अवसर योजना के तहत प्राप्त हो रहा है। आज कल जहां, आधुनिकी तरीके से सभी कार्यों को कम समय में पूरा किया जाता है, लोगो को सुविधाएँ तो मिली है लेकिन कामगारों के पास किसी भी प्रकार का कोई कार्य करने का कोई अवसर नहीं मिलता है। इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आमजन नागरिकों को रोजगार देने हेतु यह योजना शुरू की गयी है।
जानिए क्या है इस योजना के लाभ
इस योजना में महिलाओं को समान अधिकार दिए जाएंगे। 50 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इस पहल पर अगले दो वर्षों में 73 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे, जिससे 12 हजार से अधिक परिवारों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इस योजना के तहत पारंपरिक व्यवसाय के लिए 255 पौन पासारी बाजार का निर्माण किया जाएगा। इनमें से 255 बाजार होंगे, जो पूरे 166 शहरी क्षेत्रों में फैले होंगे। इस योजना से 12000 नागरिक लाभान्वित होंगे।
अब तक हो 263 चबूतरों का निर्माण
वहीं, अब तक इस योजना के तहत करीब 263 पौनी-पसारी चबूतरों का निर्माण कर 7 करोड़ 33 लाख 8 हजार रूपए राशि स्वीकृत की गई है। योजनांतर्गत प्रति नग 30 लाख की पात्रता निर्धारित है। योजना के तहत नगरीय निकायों को शत-प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 108 परियोजनाओं हेतु 2750.70 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। तथा वित्तीय वर्ष 2020-21 में अद्यतन 152 परियोजनाओं हेतु 4506.02 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। वर्ष 2021 में एक परियोजनाओं हेतु 26.35 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में दो परियोजनाओं हेतु 55.24 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई।
कौन है इस योजना के पात्र और कौन-से दस्तावेज होंगे आवश्यक
पात्र
1. आवेदक छत्तीसगढ़ का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है।
2. इस योजना के अंतर्गत आवेदक कोई पारंपरिक व्यवसाय का कारीगर होना चाहिए।
3. आवेदक बेरोजगार होना चाहिए।
दस्तावेज
आधार कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
राशन कार्ड
आय प्रमाण पत्र
पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
मोबाइल नंबर
पौनी-पसारी‘ बाजार में खरीददारों का उमड़ा जन सैलाब
पौनी पसारी योजना के माध्यम से गाँव में स्व सहायता समूह बना कर, महिलाओं को छोटे-छोटे व्यवसाय के माध्यम से आगे बढाने का प्रयत्न कर रही हैं। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के उपलक्ष्य पर रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में नगरीय प्रशासन विभाग के स्टॉल में ‘पौनी-पसारी‘ बाजार में खरीददारों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। वहीं, बाजार लोगों के आकर्षक का केन्द्र बना रहा। स्टॉल में राज्य सरकार की पौनी-पसारी योजना के तहत महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा लगाए गए सूपा, चरहिया, टूकना, कुम्हारी समान, मिट्टी के बर्तन, सो पिस, लोहे के कलाकृति, ढोकरा कला, बांस कला, पारंपरिक गहनों की खूब बिक्री हो रही है। साथ ही लोगों को खूब पसंद भी आ रहे हैं।