मूसलाधार बारिश से गंगरेल के 14 गेट खोले गए, जिला प्रशासन ने 70 गांवो को दी सतर्क रहने की चेतावनी, घरो को भी खाली कराया गया

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धमतरी : तीन दिनो से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। तेज बारिश से जिले की सभी नदी नाले उफान पर है। गंगरेल बांध के कैचमेंट एरिया में हो रही मूसलाधार बारिश से एक बार फिर 32 टीएमसी क्षमता वाला गंगरेल बांध लबालब हो गया है। वहीं एक साथ बड़ी मात्रा में महानदी में पानी छोडने से नदी में बढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। ऐसे में जिला प्रशासन ने तटीय इलाके में बसे करीब 70 गांवो में सतर्क रहने के लिए मुनादी कराई है और नदी किनारे स्थित घरो को भी खाली कराया गया है। जिससे जान माल की हानि को रोका जा सके।

बांध में एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी की आवक हो रही है। ऐसे में जल संसाधन विभाग ने सुरक्षा के लिहाज से बांध के सभी 14 गेट को खोल दिए है और करीब डेढ लाख क्यूसेक पानी को महानदी में बहाया जा रहा है। दरअसल इस साल गंगरेल बांध दूसरी बार बार लबालब हो गया है। इसके चलते जुलाई माह में गंगरेल बांध के सभी 14 गेट को खोलना पड़ा था। वहीं जिले में तीन दिनो से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। तेज बारिश से जिले की सभी नदी नाले उफान पर है। वहीं गंगरेल के कैचमेंट एरिया में झमाझम बारिश से बांध में पानी की बम्पर आवक हो रही है और कई सालों के बाद गंगरेल से इतनी ज्यादा मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा।

सोढूर, दुधावा और माडमसिल्ली बांध भी हुए लबालब
ऐसे में बाढ़ की आशंका के चलते महानदी किनारे में बसे गांवो में हाई अलर्ट जारी किया गया है। गौरतलब है कि जिले के सोढूर बांध,दुधावा और माडमसिल्ली बांध की लबालब हो गया है। जिसके चलते 14 अगस्त को सोढूर बांध के पांचो गेट को खोलकर पानी सोढूर नदी में छोडा गया है। बहरहाल जिला प्रशासन का कहना है कि बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। बाढ प्रभावित गांवो के सुराक्षित स्थानो में अतिरिक्त राशन रखवाया गया है। साथ ही लोगो के रहने के लिए गांव के सामुदायिक भवन,स्कूल में पूरी व्यवस्था की गई है।

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