
रायपुर : निलंबित एडीजी जीपी सिंह के खिलाफ दर्ज राजद्रोह के मामले में पुलिस सर्च कार्रवाई में जब्त किए गए लैपटॉप और कम्प्यूटर सीपीयू को जांच के लिए भोपाल या हैदराबाद लैब में भेजने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि परीक्षण के लिए इन्हीं दोनों जगहों में से किसी एक जगह भेजकर उसमें मिले डेटा के आधार पर सबूत जुटाने की कोशिश की जाएगी।सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, कोतवाली पुलिस ने पिछले दिनों सर्च वारंट के आधार पर सबूत जब्त करने के लिए सर्च कार्रवाई की थी। इस दौरान तीन लैपटॉप और एक कम्प्यूटर सीपीयू जब्त किया था, जिसकी जांच रायपुर सायबर सेल कर रही थी। मगर, जांच में रायपुर पुलिस कई डिलीट की गई फाइल को रिकवर नहीं कर पाई थी।
इसके बाद जब्त लैपटॉप और सीपीयू को नवा रायपुर स्थित सायबर थाने के एक्सपर्ट से जांच कराने के बाद भोपाल या हैदराबाद स्थित सायबर लैब भेजकर जांच करवाई जा सकती है। बताया जा रहा है कि जब्त लैपटॉप और सीपीयू में ज्यादातर फाइल डिलीट कर दी गई हैं, जिन्हें रायपुर सायबर सेल रिकवर नहीं करवा पा रही है। ऐसे में जांच को आगे बढ़ाने के लिए सायबर थाने के एक्सपर्ट से जांच करवाकर एक टीम हैदराबाद या भोपाल रवाना हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, पिछले दिनों जीपी सिंह के घर में रायपुर पुलिस की टीम के द्वारा की गई सर्च कार्रवाई में करीब 10 डेस्कटॉप कंप्यूूटर मिले थे, जिनमें से ज्यादात्तर के सीपीयू गायब थे।
पुलिस उन सीपीयू की भी तलाश कर रही है। इसके अलावा ईओडब्ल्यू से मिली डायरी के करीब 15 पन्नों को उनके हस्तलिखित नोटशीट समेत नवा रायपुर स्थित पीएचक्यू की क्यूडी शाखा में हैंड रायटिंग मिलान के लिए भेजा गया है। जानकारों के मुताबिक, यदि हैंड रायटिंग मिलान की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो जीपी सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।