NISHIKANT DUBEY : सुप्रीम कोर्ट, CJI और पूर्व CEC पर बयानबाज़ी से घिरे BJP सांसद निशिकांत दुबे, विवादों का सिलसिला जारी

NISHIKANT DUBEY : BJP MP Nishikant Dubey surrounded by statements on Supreme Court, CJI and former CEC, controversies continue
नई दिल्ली/गोड्डा। NISHIKANT DUBEY झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद डॉ. निशिकांत दुबे इन दिनों लगातार अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश सीजेआई संजीव खन्ना के बाद अब उन्होंने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) एस.वाई. कुरैशी पर भी तीखा हमला बोला है।
निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर कुरैशी पर निशाना साधते हुए लिखा – “आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिमों के आयुक्त थे। संथाल परगना में सबसे ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोटर बनाने का काम आपके कार्यकाल में हुआ।”
NISHIKANT DUBEY उन्होंने आगे लिखा कि भारत में इस्लाम 712 ईस्वी में आया, और उससे पहले यह भूमि हिंदू, आदिवासी, जैन और बौद्ध आस्था से जुड़ी थी। इसके साथ ही उन्होंने अपने गांव विक्रमशिला विश्वविद्यालय का इतिहास साझा करते हुए कहा कि बख्तियार खिलजी ने 1189 में इसे नष्ट किया था।
वक्फ एक्ट पर ट्वीट से शुरू हुआ विवाद
NISHIKANT DUBEY इस बयानबाज़ी की शुरुआत एस.वाई. कुरैशी के उस ट्वीट से हुई, जिसमें उन्होंने वक्फ अधिनियम को मुस्लिम ज़मीन हड़पने की सरकार की “खतरनाक योजना” बताया था। इस पर निशिकांत दुबे ने सीधा हमला बोलते हुए सोशल मीडिया पर कुरैशी की मंशा पर सवाल उठाए।
सुप्रीम कोर्ट पर गंभीर आरोप
बीजेपी सांसद ने हाल ही में एक इंटरव्यू में सुप्रीम कोर्ट को धार्मिक युद्ध का जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा, “सारे गृह युद्ध जैसे हालात सुप्रीम कोर्ट की वजह से बने हैं। कोर्ट अब अपनी सीमाओं से बाहर जा रहा है। यदि हर मुद्दे पर कोर्ट ही फैसला करेगा तो संसद और विधानसभाओं को बंद कर देना चाहिए।”
NISHIKANT DUBEY उन्होंने यह भी कहा कि सीजेआई संजीव खन्ना खुद इन हालात के लिए जिम्मेदार हैं। उनके इस बयान से बीजेपी ने दूरी बना ली है, जबकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
पूर्व आईपीएस अफसर और आज़ाद अधिकार सेना प्रमुख अमिताभ ठाकुर ने आज (20 अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट में निशिकांत दुबे के खिलाफ क्रिमिनल कंटेंप्ट की याचिका दायर की है। उन्होंने दुबे पर न्यायपालिका की अवमानना और संविधान की मर्यादा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।
NISHIKANT DUBEY एस.वाई. कुरैशी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में है, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। अब निगाहें सुप्रीम कोर्ट के रुख पर होंगी।”