ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE : 661 करोड़ की नेशनल हेराल्ड संपत्तियों पर ईडी का बुलडोज़र – कांग्रेस में मचा हड़कंप!

ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE : ED’s bulldozer on National Herald properties worth 661 crores – uproar in Congress!
नई दिल्ली। ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड मामले में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की कुल 661.69 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियों पर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ईडी ने दिल्ली, मुंबई और लखनऊ के रजिस्ट्रार कार्यालयों को नोटिस जारी कर यह कार्रवाई की, जिसके तहत दिल्ली स्थित ‘हेराल्ड हाउस’, मुंबई के बांद्रा स्थित एक परिसर और लखनऊ के विशेश्वर नाथ रोड स्थित भवन को कब्जे में लिया जाना है।
पीएमएलए कानून के तहत कार्रवाई
ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 की धारा 8 और नियम 5(1) के तहत की गई है। ईडी ने नवंबर 2023 में इन संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। जांच में सामने आया कि ये संपत्तियां ‘अपराध की आय’ हैं, जो यंग इंडियन (YI) के माध्यम से AJL को हस्तांतरित की गई थीं। यंग इंडियन, जो कि नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिक है, के पास AJL में 90.21 करोड़ रुपये के शेयर हैं।
किरायेदारों को भी जारी हुआ नोटिस
ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE मुंबई के हेराल्ड हाउस के सातवें से नौवें फ्लोर पर मौजूद ‘जिंदल साउथ वेस्ट प्रोजेक्ट्स लिमिटेड’ को भी ईडी ने नोटिस भेजा है, जिसमें कंपनी से किराए या लीज की राशि ईडी के पक्ष में जमा करने को कहा गया है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को “राजनीतिक बदले” की कार्रवाई करार दिया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बयान में कहा कि “यह कार्रवाई आगामी चुनावों में हार के डर से की जा रही है।” कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने इसे “झूठ और साजिश पर आधारित” बताते हुए कहा, “ना कोई अपराध की आय है, ना ही कोई शिकायतकर्ता।”
ईडी का दावा और जांच की पृष्ठभूमि
ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE ईडी का कहना है कि जांच में पाया गया कि यंग इंडियन और AJL के बीच हुए सौदे में धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और विश्वासघात शामिल था। यह मामला 2014 में बीजेपी नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत से शुरू हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया था कि यंग इंडियन ने मात्र 50 लाख रुपये में AJL का नियंत्रण हासिल कर लिया, जिसकी संपत्ति 2000 करोड़ से ज्यादा की थी।
जांच में यह भी सामने आया है कि फर्जी दान, अग्रिम किराया और फर्जी विज्ञापनों के माध्यम से 85 करोड़ रुपये से अधिक की राशि अपराध की आय के रूप में AJL और YI द्वारा अर्जित की गई।
राहुल और सोनिया गांधी से हो चुकी है पूछताछ
ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी, जो यंग इंडियन में 38-38% हिस्सेदारी रखते हैं, से पहले भी इस मामले में पूछताछ हो चुकी है। फिलहाल ईडी की यह सख्त कार्रवाई राजनीतिक गर्मी बढ़ा रही है।
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं
ED SEIZES AJIL PROPERTY HERALD CASE इस कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर भी तीखी बहस छिड़ गई है। एक ओर इसे ‘भ्रष्टाचार पर प्रहार’ बताया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर इसे विपक्ष को दबाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। अब देखना यह होगा कि यह मामला आने वाले दिनों में किस मोड़ पर पहुंचता है।