रायपुर। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में प्रधानमंत्री आवास योजना पर बवाल हुआ। विपक्ष के सदस्यों ने आवास की संख्या पर सवाल किया। साल 2020 से अब तक के मकान बनाने का लक्ष्य और स्वीकृत घर बनाने की बात पर खूब हंगामा हुआ।
विपक्ष को केंद्र से मकान बनाने का लक्ष्य बताते हुए हंगामे के बीच मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा मैं खुद इन्हें बताते हुए कंफ्यूज हो रहा हूं, भाजपा के लोग कभी 16 लाख मकान कहते हैं कभी 38 लाख कहते हैं। इस बात का शिवरतन शर्मा, नारायण चंदेल, पुन्नू लाल मोहले ने विरोध किया। इसके बाद ये कहते हुए वॉकआउट कर दिया कि सरकार गरीबों का मकान छीन रही है, मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं।
पीएम आवास को लेकर विपक्ष का सवाल
विपक्ष की ओर से शिवरतन शर्मा ने सवाल किया कि पीएम आवास के लिए राज्य सरकार ने कितना राज्यांश दिया। इस पर रविंद्र चौबे ने कहा- कोरोना काल की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण हम राज्यांश नहीं दे पाए, लेकिन देश का दुर्भाग्य है कि गरीबों के साथ केंद्र सरकार ने अन्याय किया ।
शिवरतन शर्मा ने कहा- आप इस पर राजनीति कर रहे हैं केंद्र सरकार ने आपको योजना दी। जवाबदारी आपकी है और आपने पैसा नहीं दिया।
विपक्ष से पुन्नू लाल मोहले ने सवाल किया कि टोटल कितने लोगों का आवास वापस हुआ, उतने लोगों को आवास देंगे क्या। चौबे बोले- हमनें आवास बनाने का प्रावधान किया है। पहले आवास की योजना में 90% केंद्र देता था 10% राज्य देता था । 60-40 का दिया है। गरीबों के हक पर कुठाराघात है। नारायण चंदेल बोले- ये तो पूरे देश की पॉलिसी है।
पीएम आवास के एलॉटेड मकान के बारें चर्चा करते हुए रविंद्र चौबे बोले कि-धरमलाल कौशिक ने 13 लाख कहा शिवरतन शर्मा ने 16 लाख कहा। शिवरतन बोले- मैंने 1600000 नहीं कहा आपके उत्तर के हिसाब से ही कह रहे हैं। आप के जवाब में ही अलग-अलग आंकड़े आ रहे हैं।
इस पर रविंद्र चौबे ने कहा- मैं खुद इस आंकड़ों में कंफ्यूज हूं अध्यक्ष महोदय, अब 38 लाख तक संख्या कैसे पहुंचा दूं, कहां से निकला दूं इस बारे में सोच रहा हूं। पुन्नूलाल मोहले बोले- जो जवाब दिया है उसी पर मैं बात कर रहा हूं आप अपना जवाब देख लीजिए।
जवाब से अंसतुष्ट बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। चरणदास महंत ने शिवरतन से कहा- आप विद्वान हैं, नारायण चंदेल ने कहा- हम मंत्री के जवाब से असंतुष्ट हैं, हम सदन से वॉकआऊट करते हैं । यह कहते हुए भाजपा के विधायक सदन से बाहर चले गए।
बोधघाट परियोजना को लेकर बृजमोहन अग्रवाल ने सवाल किया। ब्लैक लिस्टेड कंपनियों काे काम देने का आरोप लगाया, जवाब में रविंद्र चौबे ने कहा आपकी सरकार के समय ही इस कंपनी को 5 करोड़ के काम दिए गए। बृजमोहन ने कहा पूरा विभाग एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए 41 करोड़ का भुगतान करने का काम किया। ये पूरे प्रदेश को गुमराह करने की कोशिश है।
इस पर रविंद्र चौबे ने कहा- इससे बस्तर के कुछ जिलाें में सिंचाई हो सकती है। बृजमोहन बोले- 4 साल से क्या कर रहे थे। शिव डहरिया ने कहा कि काम देने की शुरुआत आपने की और हम दें तो गलत। इस मामले में सवाल करते हुए हंगामा हुआ और चरणदास महंत ने प्रश्नकाल समाप्त होने की घोषणा की।