आज का पंचांग, 10 नवंबर 2021: छठ महापर्व के तीसरे दिन आज सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, जानें शुभ-अशुभ समय

आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang): आज 10 नवंबर है. आज कार्तिक मास (Kartik Month) शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है. आज 10 नवंबर को छठ महापर्व (Chhath Puja) के तीसरे दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. उत्तर भारत में छठ महापर्व सबसे बड़ा त्योहार है. इस साल छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय के साथ 8 नंवबर को हुई. छठ पूजा के दूसरे दिन 9 नवंबर को खरना पूजा संपन्न हुई. आज 10 नवंबर को सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और अंत में 11 नवंबर की सुबह भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठी मइयां के इस पावन पर्व का समापन हो जाएगा. आज बुधवार भी है. बुधवार को मंगलकारी भगवान श्रीगणेश की पूजा करने का विधान है. आइए पंचांग (Panchang) से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी रहेगी आज ग्रहों की चाल.
आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) 10 November: आज 10 नवंबर है.आज कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है. आज छठ पूजा (Chhath Puja) के तीसरे दिन भगवान सूर्य को अर्घ्य देने का विधान है. इस दिन व्रती नदी, तालाब आदि में बने छठ घाटों पर जाकर विधिपूर्वक भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगे. उत्तर भारत में छठ पूजा बहुत ही नियम निष्ठा के साथ मनाई जाती है. छठ पूजा (Chhath Puja) आस्था और संयम का त्योहार माना जाता है. छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय (Nahay Khay) के साथ होती है. यह पर्व चार दिनों तक चलता है. इस साल यानी 2021 में छठ महापर्व का आरंभ 8 नवंबर को हुआ. आज यानी 10 नवंबर को को भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और अंत में 11 नवंबर की सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस पावन पर्व का समापन हो जाएगा.
यह मास कार्तिक का है. हिन्दू धर्म में कार्तिक मास का भी विशेष महत्व है. मान्यता के अनुसार कार्तिक मास को लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए विधिवत पूजा की जाती है. कार्तिक मास में गंगा स्नान करने की परंपरा है. इससे लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं. इस महीने में सूर्य एवं चंद्र किरणों का पृथ्वी पर पड़ने वाला प्रभाव मनुष्य के मन मस्तिष्क को स्वस्थ रखता है. मान्यता के अनुसार कार्तिक मास में स्नान करने और महात्म्य कथा सुनने पर धन्य धान्य की प्राप्ति होती है. इस माह राधा-दामोदर पूजन, शालिग्राम पूजन, विष्णु पूजा एवं तुलसी पूजा से साधक का कल्याण होता है.
आज बुधवार है. बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. गणेश जी शुभ काम के लिए जाने जाते हैं. किसी भी काम में सफलता के लिए गणेश जी की वंदना की जाती है. गणेश जी में आस्था रखने वाले लोग इस दिन बड़ी ही श्रद्धा के साथ उनकी पूजा-अर्चना और व्रत भी करते हैं. बुधवार को सुबह स्नान कर तांबे के पात्र में भगवान गणेश जी मूर्ति स्थापित की जाती है. इसके बाद पूजा अर्चना के माध्यम से उन्हें मोदक से भोग लगाया जाता है. इस दिन व्रत करने के कई लाभ हैं. आइए पंचांग से जानें आज का शुभ और अशुभ मुहूर्त और जानें कैसी रहेगी आज ग्रहों की चाल