जीवन का आनन्द लेने के लिए आत्म निरीक्षण कर कमजोरियों को दूर करना जरूरी – सूरज भाई
योगसाधना कार्यक्रम का शुभारम्भ
रायपुर। माउण्ट आबू से पधारे वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्माकुमार सूरज भाई ने कहा कि वर्तमान जीवन का आनन्द लेने के लिए आत्मनिरीक्षण कर अपनी कमी और कमजोरियों को दूर करना होगा। पुरूषार्थ में आगे बढऩे के लिए यह जानना जरूरी है कि कौन से संस्कार हमारे मार्ग में विघ्न स्वरूप बन रहे हैं? कई बार हम दैनिक जीवन में व्यस्तता और तनाव के कारण आत्म निरीक्षण करना भूल जाते हंै। ब्रह्माकुमार सूरज भाई प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा शान्ति सरोवर में आयोजित गहन योग साधना कार्यक्रम व्यक्त से अव्यक्त की ओर में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस योग साधना शिविर में हमें आत्म निरीक्षण कर अपना कल्याण करना है क्योंकि आत्म कल्याण के बिना विश्व कल्याण नहीं हो सकता। उन्होंने आगे कहा कि समाज में दिन प्रतिदिन तनाव और अवसाद बढ़ता जा रहा है। कुछ लोग बहुत ज्यादा सोचने लगे हैं। भगवान ने इन्सान के रूप में हमें दो प्रमुख शक्तियॉं दी हैं, जिन्हें सही ढंग से उपयोग करके जीवन को महान बनाया जा सकता है। यह दो शक्तियॉं है-समय और संकल्प शक्ति। समय का मूल्य समझकर उसका सदुपयोग करने वाले व्यक्ति का जीवन मूल्यवान बन जाता है। इसलिए समय को छोटी-छोटी बातों में व्यर्थ ही नहीं गंवाना चाहिए।
माउण्ट आबू की ही ब्रह्माकुमारी गीता दीदी ने कहा कि हमारे जीवन में जो भी समस्याएं आ रही हैं, उनका समाधान अच्छे संकल्पों से किया जा सकता है। सुबह का संकल्प पूरे दिन की दिनचर्या के लिए बीज की तरह काम करता है। हम अपने जीवन रूपी वृक्ष को जैसा बनाना चाहते हैं, वैसे संकल्पों का बीज सवेरे -सवेरे तैयार करना चाहिए। इससे पहले क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने सभी साधकों का स्वागत किया। ब्रह्माकुमारी कमला दीदी, गीता दीदी, पार्षद अमर बंसल और ब्रह्माकुमार रूपेश भाई ने दीप प्रज्वलित कर गहन योग साधना शिविर का शुुभारम्भ किया। इस शिविर में पूरे रायपुर शहर के सभी सेवाकेन्द्रों से आए हुए लोग हिस्सा ले रहे हैं।