ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की यादें जुड़ी हैं सरगुजा महाराजा रामानुज शरण सिंहदेव से
अंबिकापुर। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की सरगुजा से भी यादें जुड़ी हैं। आजादी से पहले सरगुजा स्टेट के हिजहाइनेस महाराजा सीबीई (कमांडर ऑफ द ब्रिटिश एंपायर) रामानुज शरण सिंहदेव वर्ष 1961 में बनारस रियासत के विजयनगरम पैलेस में महारानी एलिजाबेथ के आगमन पर न सिर्फ मिले थे बल्कि उनके आगमन पर उनके मामा महाराजा ने विजयनगरम पैलेस में स्वागत की जिम्मेदारी सरगुजा के महाराजा रामानुज शरण सिंहदेव को सौंपी थी। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय व्यक्तिगत रूप से महाराजा रामानुजशरण सिंहदेव की अद्वितीय, वैश्विक व्यक्तित्व से काफी प्रभावित थीं। उनसे हुई लंबी बातचीत और बनारस कोठी में उनके साथ ली गई तस्वीरें इन स्मृतियों को बयां भी कर रही हैं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन से सरगुजा की पुरानी यादें भी ताजा हो गई हैं।
सरगुजा महाराजा रामनुज शरण सिंहदेव ने जब उन्हें विजयनगरम पैलेस भ्रमण कराया था तब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने कहा कि आपका पैलेस बहुत ही अच्छा है। इस पर सरगुजा स्टेट के महाराजा रामानुज शरण सिंहदेव ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया था कि यह हमारा पैलेस नहीं बल्कि मामा जी का पैलेस है। इसी दौरान उन्होंने अपने सरगुजा राज परिवार का इतिहास बताया और यहां की चीजों से अवगत कराया था। सरगुजा स्टेट को लेकर पुरानी चीजों को संकलित करने वाले इतिहासकार गोविंद प्रसाद शर्मा ने इसे अपने फेसबुक पेज पर उल्लेखित भी किया है।