नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार, 8 दिसंबर को वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी। इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रीय गीत से जुड़े कई महत्वपूर्ण और कम ज्ञात तथ्यों को सदन में प्रस्तुत किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 बजे लोकसभा में चर्चा की शुरुआत करेंगे। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बहस का समापन करेंगे। राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किए जाने की संभावना है।
कांग्रेस के 8 नेता भी रखेंगे अपनी बात
वंदे मातरम पर इस विशेष चर्चा के दौरान कांग्रेस के कुल आठ नेता भी अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। इनमें शामिल है।
• गौरव गोगोई
• प्रियंका वाड्रा
• दीपेंद्र हुड्डा
• बिमोल अकोइजाम
• प्रणीति शिंदे
• प्रशांत पडोले
• चमाला रेड्डी
• ज्योत्सना महंत
150 साल का इतिहास
- 7 नवंबर 2025 को वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे हुए थे।
- यह गीत बंकिम चंद्र चटर्जी ने रचा था।
- इसे 7 नवंबर 1875 में पत्रिका ‘बंगदर्शन’ में पहली बार प्रकाशित किया गया।
- वर्ष 1882 में यह उनके उपन्यास ‘आनंदमठ’ का हिस्सा बना।
- रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे संगीतबद्ध किया, और आजादी की लड़ाई में यह स्वतंत्रता सेनानियों का सामूहिक नारा बन गया।
- 24 जनवरी 1950 को इसे भारत के राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया गया।
शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चल रहा है और 8 दिसंबर की यह चर्चा सत्र का सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम मानी जा रही है।
