सड़कों पर बेचे पेन, पिता को ऑपरेशन टेबल पर छोड़ किया शूट, जॉनी लीवर ऐसे बने कॉमेडी के बादशाह
मुंबई : बॉलीवुड में कॉमडी के बेताज बादशाह जॉनी लीवर 14 अगस्त को अपना जन्मदिन सेलिब्रेट करते हैं। जॉनी लीवर ने अपने करियर में तकरीब तीन सौ से ज्यादा हिंदी फिल्मों में अपनी कॉमेडी से लोगों को जमकर हंसाया है। उनका बेहतरीन काम ही उन्हें बॉलीवुड में स्थापित करने में मददगार साबित हुआ। जॉनी लीवर ने कई गंभीर भूमिकाएं भी अदा की लेकिन सही मायनों में उन्हें पहचान कॉमिक टाइमिंग से ही मिली। हालांकि जॉनी लीवर का बॉलीवुड इंडस्ट्री का कोई बैकग्राउंड नहीं रहा है लेकिन वह फिर भी कभी किसी की सिफारिश के मोहताज नहीं रहे। तो चलिए जानते हैं जन्मदिन के मौके पर जानते हैं कि कैस बनाया उन्होंने बॉलीवुड में अपना मुकाम।
घर चलाने के लिए बेचते थे पेन
अपनी बेहतरीन अदाकारी और कॉमिक टाइमिंग के चलते जॉनी लीवर ने करोड़ों लोगों के दिलों को जीता है। हालांकि उनका ये सफर आसान नहीं था। जॉनी लीवर के दो भाई और तीन बहनें हैं, जिनमें जॉनी सबसे बड़े हैं। जॉनी के परिवार को काफी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता था, इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई को छोड़ दिया और पेन बेचने का काम शुरू किया। जॉनी लीवर बचपन से ही बेहद मजाकिया थे और पेन बेचने के लिए उन्होंने बेहद ही अनोखा तरीका ढूंढा। वे अक्सर बॉलीवुड सितारों की तरह डांस करके पेन बेचा करते थे। इससे उनकी बिक्री अच्छी हो जाती थी।
जब पिता को ऑपरेशन टेबल पर छोड़कर किया शूट
जॉनी लीवर वह इंसान हैं, जिन्होंने रोते हुए को भी हंसा दिया है, लेकिन उनका खुद का जीवन भी कम मुसीबतों से घिरा नहीं रहा है। एक्टर ने बड़े से बड़े दुख की घड़ी में भी हंसते हुए काम किया। कुछ साल पहले एक इंटरव्यू में बात करते हुए उन्होंने बताया था कि वह वो दिन कभी नहीं भूलते हैं, जब बीमार पिता को हॉस्पिटल में छोड़कर शूट के लिए गए थे। पिता की टांग का ऑपरेशन होना था लेकिन जॉनी लीवर कॉमेडी सीन की तैयार कर रहे थे।
ऐसे बने जॉनी लीवर
अभिनेता जॉनी लीवर का असली नाम जॉन प्रकाश राव जनुमाला है। जब जॉनी लीवर ने परिवार की मदद के लिए पढ़ाई छोड़कर पेन बेचना शुरू किए तो उनके पिता ने उन्हें हिंदुस्तान लीवर में ही काम दिलवा दिया। जॉनी ज्यादा वजन के ड्रम को भी एक जगह से दूसरी जगह बड़ी आसानी स पहुंचा दिया करते थे और काम के दौरान वह कंपनी के दोस्तों के बीच एक्टिंग कॉमेडी करके उनको खूब हंसाते थे। यहीं से उनका नाम जॉन प्रकाश राव जनुमाला से जॉनी लीवर पड़ गया।
ऐसे मिला बॉलीवुड में काम
जॉनी लीवर कॉमेडी के साथ ही मिमिक्री करने में भी माहिर थे। उन्होंने अपनी शुरुआत एक स्टैंडअप कॉमेडियन के तौर पर की थी वह स्टेज शोज किया करते थे। ऐसे ही एक स्टेज शो में सुनील दत्त की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने जॉनी लीवर को फिल्म ‘दर्द का रिश्ता’ में पहला ब्रेक दिया। पहली ही फिल्म के बाद से जॉनी लीवर का बॉलीवुड में जो सफर शुरू हुआ तो उन्होंने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। वैसे तो उन्होंने कई फिल्मों में काम किया है लेकिन उनकी मुख्य फिल्मों में ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘जुदाई’, ‘चालबाज’,’बाजीगर’, ‘यस बॉस’, ‘इश्क’, ‘आंटी नंबर 1’, ‘दूल्हे राजा’, ‘कुछ कुछ होता है’, जैसी फिल्में हैं। इसके अलावा उन्होंने गोल माल और एंटरटेनमेंट जैसी फिल्मों में भी काम किया है।