PARLIAMENT PROTEST : राहुल-प्रियंका का मार्च, विपक्षी सांसदों ने फाड़े पोस्टर, डस्टबिन में फेंका SIR!

PARLIAMENT PROTEST : Rahul-Priyanka march, opposition MPs tore posters, threw SIR in the dustbin!
नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025। संसद के मानसून सत्र के पांचवें दिन बिहार में स्पेशल इन्टेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर विपक्षी दलों ने बड़ा प्रदर्शन किया। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने गांधी प्रतिमा से लेकर नए संसद भवन के मुख्य प्रवेश द्वार ‘मकर द्वार’ तक पैदल मार्च निकाला।
प्रदर्शन के दौरान सांसदों ने SIR से जुड़े पोस्टर फाड़े और प्रतीकात्मक डस्टबिन में फेंककर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। संसद परिसर “मोदी सरकार हाय-हाय” के नारों से गूंज उठा। विपक्ष का आरोप है कि SIR के जरिए गरीब और हाशिए पर खड़े वोटरों के अधिकार छीनने की साजिश रची जा रही है।
लोकसभा स्थगित, 28 जुलाई को होगी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस
विपक्षी हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही 28 जुलाई तक स्थगित कर दी गई है। इसी दिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा प्रस्तावित है, जिसके लिए 16 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। संसद में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए स्पीकर ओम बिड़ला ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई, जहां 28 जुलाई से सदन को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी।
विपक्ष की चिंता: वोटर राइट्स को खत्म कर रही सरकार!
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “केंद्र सरकार संविधान का पालन नहीं कर रही है। वे गरीबों को उनके मताधिकार से वंचित करना चाहते हैं। यह लड़ाई SIR के खिलाफ है और जारी रहेगी।”
वहीं, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब देश में चुनाव आयोग और वोटर अधिकारों को लेकर संसद में बहस हो रही है, तब प्रधानमंत्री देश से बाहर हैं। यह उनकी असंवेदनशीलता को दर्शाता है।”
सत्ता पक्ष की प्रतिक्रिया
भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने विपक्षी हंगामे को “बेहद चिंताजनक” बताया। उन्होंने कहा कि स्पीकर ने खुद विपक्ष से कार्यवाही बाधित न करने की अपील की थी।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर संसद को शांतिपूर्वक चलाने की अपील की।