RAHUL GANDHI PRESS CONFRENCE : जितनी चाहो उतनी कर लो टैपिंग, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता – राहुल गांधी

RAHUL GANDHI PRESS CONFERENCE: Do as much tapping as you want, I don’t care – Rahul Gandhi
नई दिल्ली। राहुल गांधी एक बार फिर से मोदी सरकार को फोन टैपिंग के मामले में गिरते हुए दिखाई देने लगे हैं। एप्पल कंपनी की तरफ से आए एक ईमेल के बाद उन्होंने मोदी सरकार को घेरने का काम किया है। उन्होंने कहा है कि यह सरकार विपक्षी पार्टियों के नेताओं के मोबाइल को टैप करने का काम करती आई है। और एक बार इन्होंने फिर से फोन टैपिंग का काम किया।
फोन टैपिंग को लेकर राहुल गांधी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस –
विपक्षी पार्टी हमेशा से मोदी सरकार को फोन टैपिंग के मामले में घेरने का काम करती रही हैं। एक बार फिर से मोदी सरकार को घेरने का काम शुरू हो गया है। एप्पल की तरफ से आए ईमेल में बताया गया कि किस तरीके से फोन टैपिंग का काम किया जा रहा है। इसको लेकर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी प्रेस कांफ्रेंस करने के लिए पहुंचे। जहां पर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मोदी सरकार को फोन टैपिंग के मामले में घेरने का काम किया। राहुल गांधी ने फोन निर्माता कंपनी Apple की तरफ से आए एक ईमेल का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें इस बात से कतई फर्क नहीं पड़ता कि उनके फोन की टैपिंग हो रही है। उन्होंने आगे मोदी सरकार पर फिर से हमला बोला और कहां की राजा ‘राजा’ नहीं है बल्कि पावर किसी और के पास में है। उन्होंने कहा कि जैसी ही हम अदानी को घेरने का काम करते हैं। इंटेलिजेंस जुड़ी एजेंसियां सामने आ जाती हैं। अभी इस वक्त नंबर वन की बात की जाए तो नंबर वन पर अदानी आते है, दूसरे नंबर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते हैं, और तीसरे नंबर पर अमित शाह आते हैं।
इन लोगों को भी एप्पल कंपनी के द्वारा भेजा गया मेल –
एप्पल कंपनी की तरफ से फोन टैपिंग के मामले में भारत के कई नेताओं के पास ईमेल भेजे गए हैं। जिसमें राहुल गांधी का नाम है और उन्होंने इस नाम को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की है। इसी के साथ अगर विपक्षी दलों के अन्य नेताओं की बात की जाए यह नोटिस वेणुगोपाल, पवन खेड़ा, सीताराम येचुरी, अखिलेश यादव, सुप्रिया, प्रियंका चतुर्वेदी, महुआ मोइत्रा, राघव चड्ढा, इन सबको मिला है। यह सभी लोग अडानी और मोदी सरकार को घेरने का काम करते रहे हैं। इस मामले में टीएमसी नेता, आम आदमी पार्टी के नेता, AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी समेत अन्य और नेताओं को नोटिस मिला है। इन सबका कहना कि उन्हें अपने फोन निर्माता से स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स द्वारा उनके फोन पर हमला करने की कोशिश करने को लेकर चेतावनी मिली है। इन सबके साथ-साथ समाजवादी पार्टी की मुखिया अखिलेश यादव को भी एक नोटिस मिला है। जिसके बाद उन्होंने मोदी सरकार को घेरने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि अब हम लोगों के भी मोबाइल को रिकॉर्ड किया जा रहा है।