Pune rape case: पुणे रेप केस पर बोले पूर्व CJI चंद्रचूड़- ‘निर्भया कांड की दिलाई याद’

Pune rape case: नई दिल्ली। पुणे में मंगलवार की सुबह एक बस में युवती के साथ रेप की घटना ने कई सारे सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना जिस जगह हुई, वहां से महज 100 मीटर की दूरी पर पुलिस स्टेशन है। इस घटना ने 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया कांड की यादें भी ताजा कर दीं।
अब देश के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने भी पुणे की घटना पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि निर्भया कांड के बाद कानून में कई बदलाव किए गए, लेकिन सिर्फ कानून से हम ऐसी घटनाओं को नहीं रोक सकते।’
पूर्व चीफ जस्टिस ने की ये मांग
उन्होंने कहा कि ‘ये समाज की भी बड़ी जिम्मेदारी है। ऐसे कानून को लागू भी होना चाहिए। महिलाओं के लिए बने कानूनों को ठीक तरह से लागू करना चाहिए। ‘महिलाएं जहां भी जाएं, उन्हें सुरक्षित महसूस होना चाहिए। ये जरूरी है कि ऐसे मामलों में सही तरह से जांच हो, कड़ी कार्रवाई हो, जल्दी ट्रायल हो और सजा मिले। ये लीगल सिस्टम और पुलिस की बड़ी जिम्मेदारी है।’
जानिए क्या है पूरा मामला
घटना मंगलवार सुबह 5:45 से 6 बजे के बीच की है। युवती बस स्टैंड पर खड़ी होकर सतारा जाने वाली बस का इंतजार कर रही थी। तभी एक 36 वर्षीय व्यक्ति दत्तात्रेय रामदास गाडे वहां पहुंचा। उसने युवती को दीदी कहकर संबोधित किया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उससे कहा कि सतारा की बस दूसरे प्लेटफॉर्म पर है। इसके बाद वह उसे बस स्टैंड में ही खड़ी खाली बस में ले गया और उसके साथ रेप किया। घटना के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया।
आरोपी की तलाश में लगी टीमें
आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे घटना के बाद से ही फरार है और उसकी तलाश में 13 टीमें लगी हुई हैं। पुणे की घटना को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति भी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने आरोपी के लिए मौत की सजा की मांग की है।विपक्ष सरकार पर हमलावर है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और डीजीपी को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। आरोपी के बारे में जानकारी देने वाले के लिए पुलिस ने 1 लाख रुपये का इनाम रखा है।