छत्तीसगढ़ इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला सहकारी बैंक घोटाले में रायपुर पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया है। इस कथित घोटाले के मद्देनजर छत्तीसगढ़ समेत महाराष्ट्र के तकरीबन 44 कारोबारी और उद्योगपतियों को नोटिस जारी किया है।
पुलिस मामले की जांच के लिए जल्द ही लोगों को पूछताछ के लिए बुला सकती है। बैंक घोटाले में शामिल आरोपियों को 11 अगस्त को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया है।
बता दें कि 21 जून 2023 को राज्य शासन द्वारा की गई प्रार्थना स्वीकृत कर रायपुर के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी भूपेश कुमार बसंत ने प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की नए सिरे से जांच की अनुमति दी थी।
क्या है मामला
साल 2006 में रायपुर के इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाला सामने आया था। जिसमें करीब 28 करोड़ रुपये की अनियमितता सामने आई थी। इस मामले में तत्कालीन बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट कराया गया था। नार्को टेस्ट में मैनेजर ने कई प्रभावशाली लोगों का नाम लेकर उन्हें पैसे देने की बात की थी।