MAHARASHTRA CRISIS : शिंदे के खेमे ने 37 विधायकों के जादुई आंकड़े को छूआ, नही लगेगा दल बदल कानून, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को देना होगा इस्तीफा

Shinde’s camp touches the magic figure of 37 MLAs, there will be no defection law, Chief Minister Uddhav Thackeray will have to resign
डेस्क। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी की सरकार संकट में है। उद्धव ठाकरे अगर शिवसेना के बागी विधायकों को मनाने में सफल नहीं होते हैं तो उनके पास इस्तीफा देने के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा। ऐसे इसलिए, क्योंकि एकनाथ शिंदे के खेमे ने 37 विधायकों के जादुई आंकड़े को छू लिया है। ऐसे में इनके खिलाफ दल-बदल कानून का कोई असर नहीं होगा और वे भाजपा के साथ हाथ मिलाकर महाराष्ट्र की सत्ता का तख्तापलट करने में कामयाब हो जाएंगे।
आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे कैंप के द्वारा राज्यपाल को लिखे पत्र पर 34 विधायकों ने हस्ताक्षर किए हैं। इनमें से 4 निर्दलीय भी शामिल थे। (34-30) हस्ताक्षर करने वालों में से एक नितिन देशमुख वापस उद्धव ठाकरे के पास लौट चुके हैं। ऐसे में इनके पास (30-1=29) शिवसेना विधायक बच रहे थे।
बुधवार की शाम को 4 विधायक शिंदे खेमे में शामिल हुए। उनमें से 2 शिवसेना विधायक हैं। वे हैं गुलाबराव पाटिल और योगेश कदम। इसके अलावा 2 निर्दलीय मंजुला गावित और चंद्रकांत पाटिल थे। ऐसे में शिवसेना विधायकों की संख्या 29+2= 31 हो जाती है।
एकनाथ शिंदे के तीन समर्थक (दादा भुसे, संजय राठौड़ और संतोष बांगर) मुंबई में डेरा जमाए हुए हैं। अगर वोटिंग की नौबत आती है तो वे शिंदे के कहने पर ही अपना मत डालेंगे। ऐसे में शिवसेना के बागी विधायकों की संख्या 31+3=34 हो जाती है।
आपको बता दें कि मंगेश कुडलकर और सदा सर्वंकर भी गुरुवार को गुवाहाटी के लिए उड़ान भरने वाले हैं या फिर पहुंच चुके हैं। स्थिति स्पष्ट नहीं है। इनके समर्थन से बागी शिवसैनिकों की कुल संख्या 34+2=36 होती है। दीपक केसरकर के भी शिंदे कैंप में शामिल होने की उम्मीद है, जिससे विद्रोही खेमे की ताकत 37 हो जाएगी। यह संख्या शिवसेना के कुल 55 विधायकों की कुल संख्या का दो तिहाई है। ऐसे में दल-बदल कानून का इनके खिलाफ कोई असर नहीं होगा।