
Liquor Scam: Supreme Court gets tough and withdraws the petition
नई दिल्ली। शराब घोटाले में फँसे आबकारी सचिव निरंजन दास और महापौर एजाज़ ढेबर के बड़े भाई अख़्तर ढेबर ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली। दोनों ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के विभिन्न प्रावधानों को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी। सुनवाई के दौरान जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अध्यक्षता वाली बेंच ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही अपने फैसले में PMLA एक्ट के प्रावधानों को सही ठहरा चुका है। बावजूद इसके आरोपी अपने केस में गिरफ्तारी से राहत के लिए इस एक्ट को चुनौती देते है। ऐसा करना न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग है।हालाकि इस मामले में याचिकाकर्ताओं की ओर से PALA के प्रावधानों को चुनौती देते हुए घोटाले को लेकर दर्ज मामलों को रद्द करने की मांग की गई थी।