LIQUOR SCAM EOW RAID : शराब घोटाले में रेड के बाद साथ क्या ले गई टीम ? कांग्रेस नेता ने किया खुलासा

LIQUOR SCAM EOW RAID : What did the team take with them after the raid in the liquor scam? Congress leader revealed
रायपुर। LIQUOR SCAM EOW RAID छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित 2161 करोड़ रुपए के शराब घोटाले की जांच में शनिवार को आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर, जगदलपुर, अंबिकापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में स्थित 13 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की। यह छापेमारी पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबियों के ठिकानों पर हुई।
LIQUOR SCAM EOW RAID छापेमारी में रायपुर के देवेन्द्र नगर और संतोषी नगर, अंबिकापुर में 3, जगदलपुर में 2, सुकमा में 5 और दंतेवाड़ा में 1 ठिकाना शामिल है। जिन लोगों के यहां छापे मारे गए उनमें कांग्रेस नेता, कारोबारी, ठेकेदार और लखमा के कर्मचारी व साथी शामिल हैं।
जिनके यहां छापेमारी हुई –
रायपुर : कांग्रेस प्रत्याशी जी नागेश्वर राव और जी श्रीनिवास राव, कारोबारी कमलेश नाहटा
अंबिकापुर : कपड़ा कारोबारी अशोक अग्रवाल व उनके भाई मुकेश अग्रवाल
सुकमा : योग आयोग सदस्य राजेश नारा, जयदीप भदौरिया, व्यापारी अनीश बोथरा, शेख बशीर, अहमद बशीर
दंतेवाड़ा : कांग्रेस नेता राजकुमार तामो
जगदलपुर : कारोबारी प्रेम मिगलानी
ईओडब्ल्यू की 150 सदस्यीय टीम ने इन सभी ठिकानों से 19 लाख नकद, बड़े पैमाने पर लेन-देन के दस्तावेज, बैंक ट्रांजेक्शन, प्रॉपर्टी पेपर्स और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जब्त किए हैं।
क्या सामने आया?
LIQUOR SCAM EOW RAID शराब घोटाले से मिली ब्लैकमनी को नजदीकी लोगों के कारोबार और प्रॉपर्टी में निवेश किया गया।
काले धन को सफेद करने के लिए कारोबार की आड़ में नेटवर्क तैयार किया गया।
पूर्व मंत्री कवासी लखमा का वाहन चालक बशीर भी रकम के लेन-देन और ट्रांजेक्शन में शामिल पाया गया।
फर्जी दस्तावेज और संपत्ति में निवेश की पुष्टि भी हुई है।
अंबिकापुर के अग्रवाल बंधुओं पर पहले से ही डीएमएफ घोटाले में FIR दर्ज है।
LIQUOR SCAM EOW RAID ईओडब्ल्यू अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान जब्त इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की डीकोडिंग से कई नए और बड़े नामों के सामने आने की संभावना है। आने वाले दिनों में इस घोटाले की गहराई और साजिश का नेटवर्क और स्पष्ट हो सकता है।