LALKHADAN RAIL ACCIDENT : Investigation into Lalkhand rail accident intensifies, 19 officers summoned
रायपुर, 6 नवंबर। छत्तीसगढ़ के लाल खदान रेल हादसे की जांच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) बृजेश कुमार मिश्र ने आज से जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है और 19 रेलकर्मियों व अधिकारियों को आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ तलब किया है। यह पूछताछ 6 और 7 नवंबर को सुबह 9 बजे से बिलासपुर डीआरएम ऑफिस में होगी।
सीआरएस टीम ने कल दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर गतौरा स्टेशन के सिग्नल पैनल रूम, रेल लाइन और दोनों ट्रेनों का बारीकी से निरीक्षण किया। अधिकारियों के मुताबिक, हादसे के तकनीकी कारणों और मानवीय त्रुटियों दोनों पहलुओं की जांच की जा रही है।
जिन रेलकर्मियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है, उनमें शामिल हैं –
सहायक लोको पायलट रश्मि राज, मालगाड़ी के गार्ड सुनील कुमार साहू, सहायक लोको पायलट पुनीत कुमार, मेमू ट्रेन मैनेजर एके दीक्षित, मालगाड़ी मैनेजर शैलेष चंद्र, सेक्शन कंट्रोलर पूजा गिरी, स्टेशन मास्टर आशा रानी, ज्योत्स्ना रात्रे और निशा कुमारी, सीएसएम एसके निर्मलकर, सेक्शन इंजीनियर केरिज एंड वैगन, सीएलआई एसके आचार्य, सेक्शन इंजीनियर सिग्नल जेके चौधरी, सीडीटीआई ए के अग्ने, मेमू शेड इंजीनियर नरेंद्र साहू और बोधन गड़रिया, मालगाड़ी गार्ड सुब्रतनु साहू, और सहायक लोको पायलट प्रभात सिंह।
जानकारी के अनुसार, सीआरएस कल या परसों हादसे से प्रभावित यात्रियों और पीड़ित परिजनों से भी बयान दर्ज कर सकते हैं ताकि जांच में पारदर्शिता और जिम्मेदारी तय की जा सके।
वहीं, रेलवे बोर्ड ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट 3 दिनों में मांगी है। माना जा रहा है कि इस जांच से स्पष्ट हो जाएगा कि दुर्घटना लापरवाही का नतीजा थी या तकनीकी खामी का।
